प्रतिपक्ष नेता प्रेम कुमार धूमल ने मौजूदा सरकार के कैबिनेट फैसले का कड़ा विरोध किया है। धूमल ने कहा कि हिमाचल में गरीब आदमी को जमीन देने के लिए सराकर ने 2 बिस्वा जमीन का ऐलान किया था। लेकिन, उन भूमिहीन को अब तक जमीनें नहीं मिली और अब सरकार पूर्व विधायकों और विधायकों के लिए पट्टे पर जमीन देने की घोषणा कर दी। इस फैसले से मुख्यमंत्री ने विधायकों को भी अपमानित कर मद्दा मजाक किया है जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं।
धूमल ने कहा कि चुनाव नजदीक आने पर सरकार कर्मचारियों को लुभाने का पूरा प्रयास कर रही है, जिन्हें पिछले पांच साल से प्रताड़ित किया जा रहा है। युवाओं को नौकरियां देने की बात पर ठगा जा रहा है। नौकरियां घोषणाएं करने से नहीं मिलती बल्कि नौकरियां देने के भीतर जिस हद तक भ्रष्टाचार हुआ है सरकार उसकी बात करे। बेरोजगारी भत्ते जैसे झूठे वादे करके पहले ही लोगों और युवाओं को बरगला चुकी है और प्रदेश की जनता इन सब बातों को जानती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा मंत्रिमंडल मैं फैसलों से पहले बहुत ही अधिकारी छुट्टी पर सिर्फ इस लिए चले जा रहें हैं क्योंकि सरकार गुमराह करने वाले फैसले ले रही है। इस तरह कुछ अधिकारी नेताओं से आधे अधूरे शिलान्यास करवा रहें हैं और इन अधिकारियों से चुनावों के बाद जवाब तलवी की जायेगी।