वीरभद्र सरकार ने विधायक तथा पूर्व विधायकों को 5 बीघे जमीन की सुविधा मुहैया कराने का रास्ता साफ कर दिया है। मगर, कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष इस फैसले को अपमानजनक और मजाक बनाने वाला बता रहे हैं। इस बीच नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल पर घुमारवी से कांग्रेस के विधायक तथा सीपीएस राजेश धर्माणी ने पलटवार किया है।
धर्माणी का कहना है कि सरकार ने सभी पार्टियों के नेताओं को मिलाकर एक कमेटी का गठन किया था, जिसमें बीजेपी के विधायक भी शामिल थे। उस कमेटी के सहमति के बाद ही कैबिनेट ने विधायकों को जमीन देने का फैसला पारित किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों को बरगलाने की राजनीति कर रही है। उसकी फितरत है कि अंदर कुछ और बाहर कुछ और कहा जाए।
गौरतलब है कि, विधायक एवं पूर्व विधायकों को जमीन दिए जाने के फैसले की बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार धूमल ने आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि सरकार ने आम ग़रीब लोगों को जमीन देने का वादा किया था। लेकिन, अब वह विधायकों को जमीन देने की घोषणा कर रही है। यह सरासर अपमान है और मजाक का विषय है।