Follow Us:

हिमाचल में बनीं 20 दवाओं के सैंपल फेल, अलर्ट जारी

समाचार फर्स्ट डेस्क |

केंद्रीय दवा मानक एवं नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने मार्च 2019 में निर्मित दवाओं के 50 सैंपल सब-स्टैंडर्ड करार दिए हैं। सीडीएससीओ ने इस संबंध में ड्रग अलर्ट जारी किया है। जारी रिपोर्ट के अनुसार देश भर में 2011 दवाओं के सैंपल टेस्ट किए गए जिनमें से 50 सैंपल फेल हुए हैं। इनमें हिमाचल प्रदेश में निर्मित दवाओं के 20 सैंपल फेल हुए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनकी सूची जारी की गई है। इनमें पैरासिटामोल सहित कई जीवन रक्षक दवाएं भी शामिल हैं।

इन दवाओं के निर्माताओं की बैच नंबर सहित सूची जारी की गई है तथा बाजार से इन दवाओं का स्टॉक वापस मंगवाया गया है। विदित रहे कि सीडीएसओ हर महीने राष्ट्रीय स्तर पर ड्रग अलर्ट जारी करता है। जिन दवाओं के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरते उनका स्टॉक बाजार से वापस मंगवाया जाता है। वित्त वर्ष 2018-19 में देशभर में बनी 405 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। इनमें से 124 सैंपल हिमाचल प्रदेश में बनी दवाओं के हैं। कई ऐसी कंपनियां हैं जिनके सैंपल बार-बार फेल हो रहे हैं। हालांकि सरकार कहती रही है कि जरुरत पडऩे पर ऐसी कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं। कई कंपनियों पर कार्रवाई भी हुई है।

इन कंपनियों के सैंपल फेल

मार्च 2019 में प्रदेश की जिन 20 दवा कंपनियों के सैंपल फेल हुए है उनमें जिला सोलन की 10 कंपनियां है। इनमें सोलन स्थित चिरोस फॉर्मा (दो सैंपल), बद्दी स्थित समर्थ लाइफ साइंस, बद्दी स्थित एक्वा विटोए लैबोरेट्रीज, नालागढ़ स्थित थेओन फार्मास्युटिकल्स, बद्दी स्थित कान्हा बायोजेनेटिक लैबोरेट्रीज, बद्दी की ईऑन हेल्थकेयर, बरोटीवाला स्थित अल्ट्राटेक फॉर्मास्युटिकल्स, परवाणु की हनुकेम लैबोरेट्रीज, नालागढ़ की ऐलिस हेल्थ केयर व बद्दी स्थित पोलस्टार पॉवर इंडस्ट्रीज शामिल हैं।

इसके अतिरक्त ऊना स्थित स्विस गार्नियर बायोटेक, कालाअंब स्थित ओरिसन फॉर्मा, पांवटा साहिब स्थित एसवीआर हेल्थकेयर, काला अंब स्थित ऑस्कर रेमेडीज, काला अंब की डिजिटल विजन, कुंडली स्थित ओशिन लैबोरेट्रीज, पांवटा साहिब की एमसी फार्मास्युटिकल्स, संसारपुर की सीएमजी बायोटेक व संसारपुर की सीवरोन फार्मास्युटिकल्स कंपनियों के सैंपल फेल पाए गए हैं।