हिमाचल प्रदेश में बरसात के मौसम में खूब बारिश होती है। बारिश का रूप इतना भयानक होता है कि उपरी इलाकों में कई हादसे भी होते हैं और मैदानी इलाकों में सड़कें आदि क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। लेकिन, इन सब के बाद भी मैदानी इलाकों में सड़कों के गड्ढों को नहीं भरा जाता, जबकि कोई बड़ा नेता आने वाला हो तो रातों-रात ये सड़कें चकाचक कर दी जाती हैं। इसी का ताजा उदाहरण कांगड़ा शहर में तब पेश आया जब युवा हुंकार रैली के मुख्य चेहरे अमित शाह रैली में आने वाले थे।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा में बीजेपी की युवा हुंकार रैली होने जा रही है जिसकी अगुवाई राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह करेंगे। यह रैली नगर परिषद कांगड़ा मैदान में होने जा रही है। लेकिन, इसी बीच रैली स्थल के अलावा कांगड़ा की सड़कों की बात करें तो कल तक उनकी हालत पूरी तरह खस्ता पड़ी हुई थी, जो कि अब चकाचक नज़र आ रही हैं।
कांगड़ा शहर से लेकर मटौर तक जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे पड़े थे लेकिन अब वह गड्ढे नहीं हैं। अमित शाह के दौरे से ठीक पहले रातों-रात इन गड्ढों को भर दिया गया है।
चुनावी प्रचार तो ठीक है लेकिन, इसी बीच सवाल यह खड़ा होता है कि किसी भी पार्टी ने इन सड़कों की मरम्मत पहले करवाने की नहीं सोची। यह सड़कें करीब 6 महीने से खराब पड़ी हैं लेकिन स्थानीय विधायक से लेकर हर नेता ने इस पर चुप्पी साध रखी थी। वहीं, विभाग पर कई सवाल खड़े होते हैं कि वह सिर्फ नेताओं के आने पर सड़कें बनाते हैं और आम जनता की सुविधाओं को कोई ध्य़ान नहीं रखा जाता?