हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के घोषित बीएससी पांचवें सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला का परिणाम बहुत खराब रहा है। हैरानी की बात ये है कि 90 फीसदी छात्र केवल गणित में फेल हुए हैं। सिर्फ एक पेपर में फेल होने वाले परीक्षार्थी शनिवार को कॉलेज प्राचार्य से मिले और प्राचार्य के माध्यम से उन्होंने परीक्षा नियंत्रक से मांग की है कि मैथ विषय की उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मुल्यांकन किया जाए।
रिजल्ट खराब आने पर धर्मशाला कॉलेज के छात्रों ने यूनिवर्सिटी कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रिजल्ट में संशोधन करने की मांग की है। यूनिवर्सिटी कर्मचारियों की लापरवाही के चलते विद्यार्थियों का भविष्य खराब किया गया है। छात्रों ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गणित विषय की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सही तरीके से नहीं किया है, जिसके चलते वे सभी फेल हुए हैं। सिर्फ गणित को छोड़कर अन्य सभी विषय में ए ग्रेड प्राप्त है।
प्रिंसीपल से मिलने पहुंचे परीक्षार्थियों ने कहा कि धर्मशाला कॉलेज में मैथ मेजर और माइनर के करीब 400 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। अब जब परीक्षा परिणाम आया है तो केवल 20 से 25 परीक्षार्थी ही पास हुए हैं, बाकि सभी को यूनिवर्सिटी ने फेल कर दिया है।
उधर धर्मशाला कॉलेज प्राचार्य डॉ. ज्योति कुमार ने बताया कि खराब परिणाम को लेकर युवा मिले थे। कॉलेज के गणित विषय के प्राध्यापकों के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक को प्रस्ताव भेजा जाएगा, ताकि छात्रों की मांग के अनुरूप उन्हें न्याय मिल सके।
कांगड़ा में भी आ रही दिक्कतें…
बताया तो ये भी जा रहा है कि बीएससी के पांचवे सेमेस्टर के रिजल्ट में भी स्टूडेंट्स को यही परेशानी आ रही है। कांगड़ा डिग्री कॉलेज में बीएससी पांचवे सेमेस्टर के रिजल्ट में क़रीब 10 से 12 बच्चे पास हैं, जबकि 140 के क़रीब बच्चे फ़ेल या कंपार्टमेंट से जूझ रहे हैं। यहां भी कुछ स्टूडेंट्स ने रिचेकिंग की मांग की है।