विद्यार्थी बेहतर शिक्षा ग्रहण करने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में दाखिला लेते है व अपनी आशाएं लेकर स्नातक की पढाई विश्वविद्यालय में करते हैं। लेकिन विश्वविद्यालय के लगातार गिरते शिक्षा के स्तर को देख कर लगता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी तरफ से कोई कमी नहीं छोड़ रहा है। एबीवीपी के प्रदेश प्रांत मंत्री राहुल राणा ने कहा कि विश्वविद्यालय में जहां 50 प्रतिशत प्रध्यापको के कमी है तो वहीं तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन की चूक से पूरी मेहनत से परीक्षा देने के उपरांत छात्र छत्राओं को असफलता का सामना करना पड़ रहा है।
राणा ने बताया कि 3 मई को लीमर ऐगेबर विषय का परिणाम घोषित किया गया जिसमें लगभग 90 प्रतिशत विद्यार्थी फैल हो गए। राणा ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा घोषित परिणाम में कई अनियमिताएं बरती गई है। वहीं दूसरी ओर पांचवें समेस्टर का परिणाम व परीक्षा में भी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन से यह मांग की है कि जल्द से जल्द इन अनियमितताओं को ठीक किया जाए तथा घोषित परिणामो में गड़बड़ी को ठीक करने के साथ पुनर्मूल्यांकन की सुविधा भी छात्रों को दी जाए। राहुल ने बताया कि अगर इन मांगों को जल्द पूरा नही किया गया तो आने वाले समय में आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा।