देश में इस बार मानसून की दस्तक चार दिन की देरी से होगी। वहीं इस बार सामान्य से कम बारिश होने का भी अनुमान है। मौसम की जानकारी देनी वाली निजी संस्था स्काईमेट ने यह जानकारी दी है। केरल में हर साल 1 जून को मानसून दस्तक देता है लेकिन इस बार 3 से 4 दिन की देरी से मानसून केरल में दस्तक देगा। स्काईमेट के सीईओ जतिन सिंह ने कहा है कि देश के पूर्व, उत्तर पूर्व और मध्य भारत में इस बार बहुत कम बारिश होने की संभावना है। वहीं उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत के इलाकों में सामान्य बारिश होगी। वहीं दस्तक देने के बाद भी मानसून की चाल धीमी रहेगी।
स्काईमेट का कहना है कि इस बार अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर मानसून 22 मई को पहुंचेगा। पिछले महीने स्काईमेट ने संभावना जताई थी कि इस बार मानसून सामान्य से कम रहेगा और देश भर में केवल 93 फीसदी बारिश होगी, जिसमें ऐरर मार्जिन पांच फीसदी का होगा। स्काईमेट के वाइस-प्रेसिडेंट महेश पालावत ने बताया कि अलनीनो की वजह से न सिर्फ मानसून औसत से कम रहेगा, बल्कि मध्य व दक्षिण भारत के हिस्से में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ेगी। मध्यप्रदेश, विदर्भ व दक्षिणी राज्यों के कुछ हिस्सों में तापमान अभी से 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक है, जो यहां के सामान्य तापमान से 4 से 5 डिग्री तक ज्यादा है।
मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि अप्रैल से जून के बीच मध्य भारत के मौसम संबंधी उपखंडों (मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात) और उत्तर पश्चिम भारत (जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान) के कुछ उपखंडों में औसत तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस से एक डिग्री ज्यादा रहने की आशंका है। औसत तापमान किसी दिन विशेष पर पिछले 50 वर्ष में दर्ज हुए तापमान का औसत होता है।