बंजार बस हादसे के बाद हिमाचल प्रदेश में बसों की ओवरलोंडिग पर चालान का मामला तूल पकड़ रहा है। अब पूर्व परिवहन मंत्री और कांग्रेस में दिग्गज नेता जीएस बाली ने भी इस पर बयान दिया है। जीएस ने प्रदेश सरकार से सवाल करते हुए कहा कि जब वे प्रदेश में नीली बसों(JNNURM) को लेकर आए थे वे सब बसें चल रही थीं, लेकिन सरकार ने इन्हें आते ही बंद कर दिया। 800 बसें आईं थी लेकिन अब 500 बसें क्यों खड़ा कर दी गई हैं।
जीएस बाली ने कहा कि वैसे तो ओवरलोडिंग ग़लत है, लेकिन इसके लिए सरकार को पहले ही नियम बनाने चाहिए थे। बसों के नए रूट लाने चाहिए थे औऱ भर्ती परिवहन निगम में करनी चाहिए थी। आज के टाइम में जो बसें धूल फांक रही हैं उन्हें ठीक करवाकर सड़कों पर लाना चाहिए था। अपने समय पर हम क़रीब 3 हज़ार बसों को निगम में शामिल कर चुके हैं और इन्हें अब कैसे चलाना है… सरकार को इसपर काम करना चाहिए।
जीएस बाली ने कहा कि कई नीली और स्टार बसें खड़ी हैं या फ़िर स्टाफ की कमी के चलते उन्हें रोक दिया गया है। स्टाफ की कमी को पूरा करके जल्द इन बसों को दौड़ाया जाए। इन्हीं बसों को बदौलत हम हर गांव और हर सड़क तक सुविधा पहुंचाते थे। जैसे हमने किया वैसे ही सरकार को इसपर ग़ौर करना चाहिए।
ग़ौरतलब है कि बंजाब बस हादसे के बाद से पुलिस प्रमुख ने ओवरलोडिंग को लेकर चालान के आदेश जारी कर दिये। लेकिन बस सुविधाएं कम होने के चलते ओवरलोडिंग होना जायज़ है। ऐसे में मौजूदा सरकार में परिवहन मंत्री द्वारा और बसें ख़रीदने की बात मीडिया रिपोर्ट्स में आई है, जिसके बाद पूर्व मंत्री जीए बाली ने खड़ी बसों को लेकर सवाल किए हैं। ये खड़ी बसें सिर्फ तभी इस्तेमाल होती देखी जाती हैं, जब बीजेपी के किसी बड़े नेता की रैली हो…!!