हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र कांग्रेस में टिकट चाहवानों की तो सेल लगी पड़ी है। लेकिन, वहीं बात करें बीजेपी की तो बीजेपी में इस बार टिकट वितरण के नए समीकरण बनते नज़र आ रहे हैं। अमित शाह के बयान के बाद बीजेपी में जिस तरह युवा नेता एक बाद एक वीरभद्र सरकार को घेर रहे हैं, इससे लग रहा है कि इस बार बीजेपी अपने कई दिग्गजों के टिकट काटकर इन युवाओं से चुनावों की ओपनिंगर करवा सकती है।
वहीं, बीजेपी जिस तरह हर मंच पर युवाओं के नाम पर दांव खेल रह है उससे युवाओं में भी जोश भर गया है और हर पढ़ा लिखा युवा बीजेपी में अपने भविष्य को जिंदा रखने पर बल दे रहा है।
बीजेपी में युवा नेताओं की बात करें तो सबसे पहले मुख्यमंत्री को बार-बार कटघरे में खड़े करने वाले युवा नेता अरुण धूमल हैं। हालांकि, परिवारवाद में राजनीति के चलते उनका कहना है कि मुझे चुनाव नहीं लड़ने मैं एक कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा। लेकिन, युवा नेताओं में उन्होंने अपनी एक विशेष पहचान बना रखी है और बीजेपी के बड़े नेता भी उनके बातों को गौर करते हैं।
इसके अलावा प्रवीण शर्मा, विशाल चौहान, सुनील ठाकुर, नरेंदर अत्री, लखविंदर लखि, रजत ठाकुर, परमजीत पम्मी, पंकज जम्वाल हिमाचल में बीजेपी के कुछ ऐसे चेहरे हैं जो काफी समय से सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। यही नहीं, इन युवा नेताओं ने कांग्रेस के दिग्गजों को भी टक्कर देने की ठान रखी है।
बता दें कि प्रवीण शर्मा का पहले भी मंडी सदर से टिकट कट चुक्का है, लेकिन इस बार क्या होगा ये सस्पेंस बना हुआ है। धर्मपुर से नरेंद्र अत्री लगातार संघठन में काम कर रहे हैं लेकिन लड़ाई बीजेपी के दिग्गज महेन्दर सिंह ठाकुर से है जो बीजेपी से ही दोबारा टक्कर दे सकते हैं। पंकज जम्वाल के नाम की चर्चा जोगिन्द्रनगर से लगातार चल रही है। शिमला ग्रामीण से पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष का सुनील ठाकुर टक्कर मैं हैं। विशाल चौहान ज्वाली, लखविंदर लखि हरौली, परमजीत पम्मी दून भी बीजेपी के ऐसे चेरे हैं जो लगातार पार्टी के साथ काम कर रहें हैं और खुद को युवाओं मैं टिकट की दौड़ मैं आगे रखे हुए हैं।