Follow Us:

कांगड़ाः डीसी ने की विकास खंडों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा

समाचार फर्स्ट डेस्क |

जिला कांगड़ा डीसी राकेश कुमार प्रजापति की अध्यक्षता में बीते कल कांगड़ा जिला के समस्त विकास खंडों में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा को लेकर डीआरडीए के सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला के सभी खंड विकास अधिकारियों, डीआरडीए, पंचायती राज के अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत जिले में दीर्घकालिक विकास के लिए काम किया जा रहा है। कांगड़ा जिला में चालू वित्त वर्ष के दौरान मनरेगा के अंतर्गत 69 करोड़ 73 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। अब तक 23 लाख 86 हजार 594 कार्यदिवस अर्जित कर जिले में योजना का 45 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।

 
उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले में महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य के साथ स्वयं सहायता समूहों के गठन पर बल दिया। योजना के तहत चालू वित्त वर्ष में 585 स्वयं सहायता समूहों के गठन का लक्ष्य निर्धारित किया गया और 1754 स्वयं सहायता समूहों को 13.25 करोड़ रुपए की सहायता दी गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री गृह निर्माण अनुदान योजना, मुख्यमंत्री लोक भवन योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजनाओं का भी सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाए। पंचायत स्तर पर ठोस कूड़ा कचरा निष्पादन के लिए भी उचित कार्ययोजना तैयार करने के लिए भी कहा गया है ताकि पंचायतों को स्वच्छ तथा सुंदर बनाया जा सके। उन्होंने विकास खंड अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करना जरूरी है ताकि विकास कार्यों को पूर्ण करने में तेजी लाई जा सके।
 
उपायुक्त ने कहा कि पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का सदुपयोग किया जाए, निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाना भी जरूरी है। उन्होंने विकास खंड अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 2017 से पहले विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि खर्च नहीं हुई और कार्य भी शुरु नहीं हुए हैं। उक्त धनराशि को वापिस कर दें ताकि इसका उपयोग अन्य विकास कार्यों के लिए किया जा सके।

उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश भर में लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने उद्देश्य से 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक यह विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया है। नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है। युवा पीढ़ी को इस दलदल से बचाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से युवक मंडलों को इस अभियान से जोड़ने के लिए विशेष कार्य करने पर जोर देते हुए कहा कि इनके सयुंक्त प्रयासों से ज़िला में खेल गतिविधियों को बढ़ा कर उनकी उर्जा का समाज के कार्यों में समुचित लाभ उठाया जा सकता है। अधिकारियों को अपने-अपने विकास खंडों में भूमि चयनित कर 10-10 छोटे-छोटे खेल मैदान बनाने का आह्वान किया ताकि युवा वॉलीबाल, खो-खो, हैंडबाल जैसी खेल गतिविधियों में अपना ध्यान लगाकर नशे जैसी बुराई से दूर रहें। इससे पहले परियोजना अधिकारी डीआरडी, मुनीष शर्मा ने ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही सभी योजनाओं के तहत अर्जित उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।