दिल्ली से लौटे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंत्रिमंडल में विस्तार, पद भरने और संगठनात्मक चुनावों को लेकर भी स्थिति स्पष्ट कर दी। जयराम ठाकुर ने कहा कि कहा कि संगठनात्मक चुनाव और मंत्रिमंडल का विस्तार दोनों ही चीजें शीघ्र होने वाली हैं। हमीरपुर और कांगड़ा से नेताओं को जगह मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आने वाले एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन दिवसीय दिल्ली के दौरे के दौरान केंद्र में 12 मंत्रियों से मिलकर आया हूं विकास तो होगा ही। उनकी यह सभी मुलाकाते हिमाचल प्रदेश के विकास को लेकर महत्वपूर्ण है। इन्वेस्टर मीट के बाद उनका यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रदेश को विकास की राह पर डालने के लिए इन्वेस्टमेंट होना बहुत जरूरी है और उसी दिशा में हम लोग लगातार काम कर रहे हैं। केंद्र में सभी प्रमुख मंत्रालयों में वह खुद गए हैं और संबंधित मंत्रियों से हिमाचल में विकास और निवेश के लिए जितनी अधिक से अधिक सहायता ले सकते हैं हमने उसका आग्रह किया।
हमीरपुर रेलवे लाइन पर यू टर्न
वहीं, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री ने यू टर्न लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ावा मिले इसके लिए बद्दी बरोटीवाला जैसे इलाकों को प्रमुखता से रेलवे लाइन के साथ जोड़ना हमारी प्राथमिकता है। इसके साथ ही क्योंकि निचले हिमाचल में रेलवे लाइन का विस्तार जरूरी है और ऊना से हमीरपुर रेलवे लाइन प्रस्तावित है इसलिए मैं यह कह सकता हूं कि इस रेलवे लाइन को भी बनाना उतना ही महत्वपूर्ण है।
इसके लिए भी उन्होंने बकायदा केंद्रीय मंत्री से बातचीत की है और निकट भविष्य में अच्छे नतीजे आएंगे। बताते चलें कि हमीरपुर से उन्नाव रेलवे लाइन के लिए जब केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार से 2700 करोड़ रुपए के बजट के प्रावधान की बात कही थी तो उसके लिए पहले तो प्रदेश सरकार ने अपनी असमर्थता जाहिर करते हुए कहा था कि वह किसी भी तरह का वित्तीय सहायता इस परियोजना में सरकार केंद्र सरकार की नहीं कर सकती है क्योंकि प्रदेश सरकार खुद आर्थिक मंदी के साथ गुजर रहा है।
वहीं, आज मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से यू-टर्न लेते हुए कहा कि हमीरपुर से ऊना रेलवे लाइन जो प्रस्तावित है उसके लिए भी बातचीत जारी है और उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों से इस विषय में चर्चा की है से अब एक बार फिर से हमीरपुर ऊना रेलवे लाइन को ना सिर्फ आस बंधी है।