प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में शुरू की गई ‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100’’ का नाम और आकर्षक बनाने तथा ‘‘लोगो’’ डिजाइन करने के संबंध में सरकार ने आम नागरिकों से सुझाव आमंत्रित किए हैं। प्रतिभागियों को हेल्पलाइन का आकर्षक नाम और डिजाइन किया गया ‘‘लोगो’’ माईगव पोर्टल की वेबसाइट https://himachal.mygov.in/ पर भेजने होंगे। सुझाव भेजने के लिए अंतिम तिथि 26 फरवरी, 2020 निर्धारित की गई है।
इन दोनों प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को राज्य सरकार द्वारा पांच-पांच हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को अपना स्थायी पता तथा मोबाइल नंबर भी माईगव पोर्टल पर भेजना होगा। इसके अतिरिक्त ‘‘लोगो’’ डिजाइन करने वाले प्रतिभागी को डिजाइन किए गए ‘‘लोगो’’ की सीडीआर फाइल अपने पास सुरक्षित रखनी होगी, क्योंकि प्रतियोगिता जीतने पर प्रतिभागी को सीडीआर फाइल प्रदान करनी होगी।
हिमाचल प्रदेश में सरकार ने जनशिकायतों के त्वरित निपटारे के लिए ‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100’’ शुरू की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वर्ष 2019-20 के बजट में ‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100’’ सेवा को शामिल किया था। 7 मार्च, 2019 को मुख्यमंत्री ने शिमला के समीप टूटीकंडी स्थित आईएसबीटी पार्किंग भवन में ‘‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन’’ कार्यालय की आधारशीला रखी थी। 16 सितम्बर, 2019 को मुख्यमंत्री ने ‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100’’ का शुभारंभ किया था।
‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100’’ के साथ पंजीकृत काल को सिस्टम द्वारा स्वयं ही संबंधित विभाग को सौंपा जाता है। इसमें चार स्तरीय शिकायत प्रणाली विकसित की गई है। स्तर-1 पर खंड, स्तर-2 पर तहसील, स्तर-3 पर जिला तथा स्तर-4 पर राज्य है। सभी अधिकारी निर्धारित समयसीमा में शिकायत का निवारण कर रहे हैं। समय सीमा के पार होने या शिकायतकर्ता के असंतुष्ट होने पर समस्या अगले स्तर पर भेज दी जाती है। शिकायतकर्ता की संतुष्टि के बाद ही शिकायत बंद की जाती है। प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को और प्रभावशाली बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री तथा प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा इसकी प्रगति की निरंतर निगरानी की जा रही है। यह हेल्पलाईन प्रातः 7 से शाम 10 बजे तक क्रियाशील रहती है।