हिमाचल के बहुचर्चित छात्रवृति घोटाले में सीबीआई की टीम ने आज ऊना कुछ युवकों के बयान दर्ज़ किये हैं। दरअसल कुछ दिन पहले ही ऊना मुख्यालय पर सीबीआई की टीम ने एक निजी शिक्षण संस्थान में दबिश देकर कार्रवाई की थी। इस दौरान इसी शिक्षण संस्थान के तार नाहन में भी जुड़े थे जिसमें। खुलासा हुआ था कि ऊना के कुछ युवकों को नाहन में छात्र बताकर छात्रवृति हड़पी गई है।
आज जांच के दौरान सीबीआई की टीम ने युवकों के बयान दर्ज़ किये हैं। सूत्रों की माने तो जांच के दौरान कुछ दस्तावेज फर्जी प्रतीत हो रहे है। सीबीआई टीम ने आज ऊना पहुंचकर युवकों से पूछताश की और उनके बयान दर्ज़ कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है ।
पूरा मामला
अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी विद्यार्थियों के नाम पर फर्जी छात्रवृत्ति जारी करने में इस वरिष्ठ सहायक का बड़ा रोल रहा है। हालांकि, इस कर्मचारी से ऊपर के कई वरिष्ठ अधिकारियों के बारे में भी पुख्ता सुबूत जुटाए जा रहे हैं। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि अगर फर्जी छात्रवृत्ति जारी करने के लिए कमीशन लिया जाता था तो वरिष्ठ सहायक अकेला ही इसे वसूल करता था या उन अधिकारियों की भी इसमें भूमिका रही है।
सीबीआई ने निजी शिक्षण संस्थानों का रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। कार्यालय में रिकॉर्ड को बारीकी से खंगाला। सीबीआई के हाथ शुरुआती दौर में जिन 27 संस्थानों की सूची आई। उसके बाद सीबीआई ने उनमें से पांच संस्थानों को शॉर्ट लिस्ट कर 22 पर ही जांच बैठाई थी।