जिला ऊना के दौलतपुर के सरकारी अस्पताल की बड़ी लापरवाही ढाई साल की मासूम की मौत की वजह बन गई। 24 जनवरी को ढाई साल की मासूम परी अस्पताल के बाहर बने सीवर के गड्ढे में गिर गई और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। अस्पताल की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। क्योंकि सीवरेज के गड्ढे को सही तरीके से ढका नहीं गया था। परी वहां गई कि अचानक उसमें गिर गई। ये गड्डा पिछले लंबे समय से ऐसे ही खुला पड़ा हुआ था। परी की मां का रो रो कर बुरा हाल है। वह अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर आंसू बहा रही है। जिसने मां से उसके दिल के टुकड़े को छीन लिया।
मुख्यमंत्री से लेकर प्रशासन सिर्फ आश्वासन दे रहा है। कार्रवाई कुछ नहीं हो रही है। परी की मां कमलेश कहती है कि 24 जनवरी शाम 3 बजे वह अस्पताल में किसी मरीज को देखने बेटी को लेकर गई थी। अचानक बेटी उनका हाथ छोड़कर पोड़ियों से नीचे उतरी। दो मिनट बाद उसको देखने वह नीचे आए तो बेटी गायब थी। इधर-उधर ढूढ़ा लेकिन परी नहीं दिखी जब मिली तो अस्पताल के सीवरेज के गड्ढे में लेकिन उस वक़्त तक बहुत देर हो चुकी थी।
अब मासूम परी की मां कमलेश बेटी के लिए न्याय मांग रही है कि ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए जिनकी वजह से उसकी बेटी सीवरेज के गड्ढे में गिरी और उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई हो जिन्होंने इतने बड़ी लापरवाही की और मौत के गड्ढे को खुला रखा। मासूम की मां के आंसू अब सिर्फ़ अपनी परी के लिए न्याय का गुहार लगा रही है। जिससे उनकी रूह को सकून मिल सके।