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राज्यपाल ने लिया प्रदेश में कानून व्यवस्था का जायजा, DGP ने दी विस्तृत जानकारी

पी. चंद |

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजभवन शिमला में पुलिस महानिदेशक SR मरडी के साथ प्रदेश में कोराना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन और कर्फ्यू को लागू करने के प्रबन्धन की समीक्षा बैठक की। राज्यपाल ने राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों और राज्य में आए तबलीगी जमात के सदस्यों के कारण उत्पन्न हुई स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसी स्थिति में भी पुलिस कर्मी चैबिस घंटे काम कर रहे हैं और प्रत्येक क्वारन्टीन और आईसोलेशन केंद्र में भी तैनात हैं।

उन्होंने पुलिस महानिदेशक से पुलिस कर्मियों को मास्क, सेनिटाइजर, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण किट आदि उपलब्ध करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने राज्य की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था सहित चिकित्सा और खाद्य सामग्री का वितरण उचित तथा व्यवस्थित रूप से किया जा रहा है। उन्होंने सरकार के समर्पित प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हम लॉकडाउन के बाद की स्थिति के लिए योजना बनानी चाहिए।  

पुलिस महानिदेशक एस आर मरडी ने राज्यपाल को संपूर्ण स्थिति और केंद्र और राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार प्रदेश में पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में अवगत करवाया। राज्य पुलिस द्वारा कफ्र्यू और लॉकडाउन आदेशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है और उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है। कर्फ्यू और लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 8 अप्रैल, 2020 तक 448 व्यक्तियों के विरूद्ध 522 मामले दर्ज किए गए हैं। शिमला में 80 एफआईआर और मण्डी में 104 एफआईआर दर्ज की गई है। कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर जिला शिमला में 123 लोगों तथा जिला बिलासपुर में 62 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

एस. आर. मरडी ने कहा कि प्रदेश में पुलिस जिला बद्दी, जिला चंबा, ऊना और कांगड़ा कोरोना के संदिग्धों के हॉटस्पॉट हैं। उन्होंने पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू और कश्मीर के साथ अंतर्राज्यीय सीमाओं पर स्थिति के बारे में चर्चा की और कहा कि इन अंतर्राज्यीय सीमाओं को सील करने के लिए पर्याप्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि उपायुक्तों के साथ मिलकर लाॅकडाउन के पश्चात की स्थिति के लिए जिला कार्ययोजना तैयार करें। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की सुरक्षा तथा बचाव के लिए सभी प्रबन्ध किए गए हैं।