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कुल्लू में BDO की निगरानी में होंगे मनरेगा के कार्य, जांच के लिए भेजे सभी 15 सैंपल नेगेटिव: DC

समाचार फर्स्ट डेस्क |

लॉकडाउन 2.0 में मनरेगा के कुछ कार्यों को करने की रियायत प्रदान की गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिलाधीश डाॉ. ऋचा वर्मा ने बताया कि मनरेगा के कार्यों के निष्पादन के लिए संबंधित खण्ड विकास अधिकारियों को कंपलायंस ऑफिसर नियुक्त किया गया है। मनरेगा के सभी कार्य इनकी निगरानी में होंगे। ये अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि कार्य स्थल पर सामाजिक दूरी बनाई जा रही है और साथ ही सभी कामगारों ने अपने फेस कवर किए हैं। इसी प्रकार, उद्योगों में कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित बनाने के लिए उद्योग विभाग के अधिकारियों को कंपलायंस ऑफीसर बनाया गया है। खनन इत्यादि का कार्य पूरी तरह खनन अधिकारियों की निगरानी में होगा।

जिला से भेजे गए सभी 15 सैंपल नेगेटिव

उपायुक्त ने बताया कि जिला के विभिन्न चिकित्सा खण्डों में रेंडम सैंपलिंग की जा रही है ताकि सुनिश्चित बनाया जा सके कि जिला में कोरोना का कोई मामला तो नहीं है। उन्होंने बताया कि बंजार उपमण्डल से भेजे गए सभी 15 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस प्रकार, जिला से टांडा मेडिकल कॉलेज भेजे गए अब तक के सभी 48 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बुधवार को आनी क्षेत्र के 39 नमूने जांच के लिए भेजे जाएंगे।

ऋचा वर्मा ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए सभी ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। कोई भी व्यक्ति मेडिकल स्टोर से बुखार, खांसी व जुकाम की दवाई बिना चिकित्सक की सलाह से खरीदता है तो मेडिकल स्टोर तुरंत जिला प्रशासन को इसकी सूचना देगा ताकि व्यक्ति की सुरक्षा के लिए उसकी निगरानी की जा सके।

उन्होंने बताया कि बजौरा में कोविड-19 सुरक्षा कवच स्थापित किया गया है। कवच में चिकित्सक तथा पुलिस विभाग के अधिकारी जिला में आने वाले तथा बाहर जाने वाले सभी व्यक्तियों की थर्मल स्क्रीनिंग कर रहे हैं और हर व्यक्ति का रिकार्ड भी कंप्यूटरीकृत किया जा रहा है। यह कैबिन पूरी तरह से शीशे से कवर है ताकि इसमें कार्य कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित बनाई जा सके। इस तरह के कवच की स्थापना करने वाला कुल्लू प्रदेश का पहला जिला है और अब अन्य जिलों में भी इस व्यवस्था को अपनाया जा रहा है।

पर्यटकों का पूरा ध्यान रख रहा है प्रशासन

उपायुक्त ने बताया कि कसोल में मुंबई और गुजरात के कुछ युवा पर्यटक हैं। उनके खाने-पीने और रहने की प्रशासन ने निःशुल्क व्यवस्था की है और उनके अभिभावक भी प्रशासन से लगातार सम्पर्क में हैं। इसी प्रकार, मनाली में भी कुछ सैलानी हैं उनका भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

खेती-बाड़ी करने दूर जाना है तो पास बनवा लें

डीसी ने कहा कि जिला के जिन किसानों की खेती-बाड़ी का काम 20-30 किलोमीटर की दूरी पर है तो वे अपना पास बनवा लें ताकि पुलिस को भी उनके वाहन के दस्तावेज चैक करते समय कोई असुविधा न हो। इसी प्रकार, माल वाहक वाहनों में केवल चालक व परिचालक को ही अनुमति है। इन वाहनों में अनावश्यक सवारियों को ढोना मानदण्डों व नियमों की उल्लंघना होगा और कार्रवाई की जाएगी।

अंतरराज्यीय परमिट के लिए पुख्ता कारण जरूरी

जिला दण्डाधिकारी ने बताया कि अंतरराज्यीय परमिट केवल विशेष परिस्थितियों में ही जारी किए जा रहे हैं। ये परमिट जैसे स्वयं की शादी, करीबी की मृत्यु या फिर चिकित्सीय आपात की स्थिति में ही जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, किसी अधिकारी/कर्मचारी को डयूटी ज्वाईन करनी है तो उसे भी अनुमति दी जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जहां हैं, वहीं बने रहें। इसी में आपकी अपनी, परिवार की तथा पूरे समाज की सुरक्षा है।