पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की वजह से 5 सितंबर को आयोजित होने वाले अंतराष्ट्रीय शिक्षक दिवस को इस बार 5 अक्टूबर को मनाया गया। शिमला के पीटर हॉफ में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने दीप प्रज्वलित कर राज्यस्तरीय शिक्षक दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रदेश के 17 अध्यापकों को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया जिसमें 16 अध्यापकों को राज्य स्तरीय जबकि एक अध्यापक को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अपने संबोधन में कहा कि अध्यापक कोरोना जैसी महामारी में छात्रों को बेहतरीन ऑनलाइन शिक्षा देने का काम कर रहे हैं जोकि सराहनीय है।शिक्षक देश निर्माण में अहम भूमिका अदा करते हैं।छात्र देश का भविष्य होते हैं और अध्यापक का इन छात्रों को अच्छी शिक्षा देकर देश निर्माण में सहयोग दे सकते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को कार्यान्वित करने में भी अध्यापकों का अहम योगदान रहेगा।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने सम्मानित हुए सभी अध्यापकों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी शिक्षक छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए इसी तरह से काम करते रहेंगे। इसके अलावा गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी में स्कूल बंद है लेकिन अध्यापक अपने स्तर पर छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं। जहां पर ऑनलाइन शिक्षा नहीं हो पा रही है वहां पर अध्यापक बच्चों के घर पर ही नोट पहुंचाने का काम कर रहे हैं। स्कूलों को खोलने को लेकर सरकार फिलहाल जल्दबाजी में नहीं है और आगामी 9 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक में स्कूलों को खोलने या नहीं खोलने को लेकर सरकार निर्णय लेगी।
वहीं, सम्मान पाने वाले अध्यापकों ने कहा कि उनके लिए यह बहुत यादगार हैं और भविष्य में भी वे छात्रों को गुणवत्ता युक्त उच्च शिक्षा देने के लिए प्रयास करते रहेंगे।किसी भी व्यक्ति के लिए पुरस्कार पाना काफी खुशी का पल होता है। शिक्षक दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी शिरकत करनी थी लेकिन बंजार के विधायक कोरोना पॉजिटिव होने के कारण मुख्यमंत्री ने खुद को तीन दिन के लिए सेल्फ आइसोलेट कर दिया है क्योंकि मुख्यमंत्री विधायक के संपर्क में आये थे।