Follow Us:

मंडी: मृतक जितेंद्र की पत्नी ने बताया दोषियों से अपनी जान को खतरा, मांगी न्यायिक जांच

बीरबल शर्मा |

उपमंडल सुंदरनगर के गांव छातर की नीलम कुमारी ने अपने पति जितेंद्र कुमार की मौत के कारणों की न्यायिक जांच करवाने की मांग उठाई है। नीलम कुमारी मंगलवार को पंचायत प्रधान छातर मीना कुमारी और अन्य ग्रामीणों के साथ आकर पुलिस अधीक्षक मंडी से मिली और उनके माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा। इस ज्ञापन में उसने बताया कि उसकी शादी 20 साल पहले गांव छातर के जितेंद्र कुमार के साथ हुई थे। उसके पति मजदूरी और खेतीबाड़ी करते हुए अपने परिवार को पाल रहे थे। दो महीने पहले उनके ससुर ने उनके खेत आदि फसल सहित वापस ले लिए और अपने बड़े बेटे महेंद्र और उनकी पत्नि सरोज कुमारी की मिलीभगत से हमें सारी संपति से बेदखल कर दिया। इसके अलावा रोजाना मारपीट व झगड़ा भी करते रहे। 

पंचायत और प्रशासन को भी इसकी शिकायत की मगर ये लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। घर से निकाल देने की धमकी के चलते मेरे पति अपना अलग से मकान बना रहे थे मगर उसे भी बंद करवा दिया गया। यहां तक कि उसकी नींव भी उखाड़ दी गई। इस सब से तंग आकर 19 नवंबर अपनी गोशाला में जाकर आत्महत्या कर ली। उनके द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में भी तंग किए जाने व जमीन जायदाद से बेदखल किए जाने का जिक्र है।

ज्ञापन में जितेंद्र की विधवा नीलम कुमारी ने बताया है कि पुलिस ने आत्महत्या के बाद सुसाइड नोट के आधार पर दोषियों को गिरफ्तार किया मगर वह दूसरे ही दिन रिहा होकर बाहर आ गए और खुले घूम रहे हैं । इससे मुझे और मेरे बच्चों को उनसे जान का खतरा बन गया है। मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि मेरी पारिवारिक हालत और आरोपियों के व्यवहार को देखते हुए इस घटना की न्यायिक जांच करवाई जाए ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।

ज्ञापन में नीलम कुमारी ने यह भी कहा है कि उसके पास जीविका उपार्जन का कोई भी साधन नहीं बचा है, घर को चलाने वाला पति चल बसा और ससुर व जेठ जेठानी ने उनकी सारी भूमि छीन ली है। रहने तक को मकान नहीं है जबकि बच्चे अभी पढ़ाई कर रहे हैं। जितेंद्र की विधवा ने कहा है कि समय रहते उचित कार्रवाई की जाए, कहीं ऐसा न हो कि मानसिक प्रताड़ना जिसके चलते उनके पति ने आत्महत्या कर ली उन्हें भी इस तरह का कोई आत्मघाती कदम न उठाना पड़े। यदि ऐसा हुआ तो इसकी सारी जिम्मेवारी सरकार और प्रशासन की होगी।