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क्यों मनाते हैं सशस्त्र सेना झंडा दिवस

समाचार फर्स्ट |

आज का दिन समर्पित है भारतीय सेना के नाम। जी हां, आज यानी 7 दिसंबर को पूरे देश में ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ (आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे) मनाया जाता है। इस दिन चंदा या दान से जो भी धन इकट्ठा होता है, उसे सैनिकों के परिवारों की भलाई के लिए खर्च किया जाता है। जब 1947 में भारत आजाद हुआ, तो भारत सरकार को लगा कि सैनिकों को अगर कुछ हो जाता है, तो उनके परिवार की देखभाल के लिए भी एक फंड होना चाहिए, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।  इसीलिए 28 अगस्त, 1948 को एक कमिटी, जिसमें तब के रक्षामंत्री भी शामिल थे, ने तय किया कि हर वर्ष 7 दिसंबर को  ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ मनाया जाएगा।

 

इसके पीछे सोच यह थी कि भारत के लोगों को इस दिन छोटे-छोटे झंडे दिए जाएंगे। बदले में वे जो भी धन देंगे, उससे सैनिकों के परिवार की भलाई के लिए एक फंड बनाया जाएगा। इसके सहारे सरकार एक काम और करना चाहती थी। उसकी सोच थी कि इस तरह आम नागरिक सैनिकों से जुड़ेगा और उसे लगेगा कि उनकी रक्षा के लिए जान देने वाले सैनिकों के परिवारों की देखभाल की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं, उनकी भी है।

इस दिन भारतीय सेना के तीनों अंग ‘इंडियन आर्मी’, ‘इंडियन एयर फोर्स’ और ‘इंडियन नेवी’ तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित करती है। इससे प्राप्त धन को ‘आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे फंड’ में डाल दिया जाता है।