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किडनी रोगी खान-पान का रखें विशेष ध्यान: डॉ. अनिल कायस्था

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विश्व किडनी दिवस हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनिया भर में किडनी की बीमारी और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करने के लिए वैश्विक जागरूकता अभियान है। 10 में से 1 व्यक्ति वैश्विक स्तर पर किडनी की बीमारी से प्रभावित है।

इस अवसर पर फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें फोर्टिस कांगड़ा के डायरेक्टर अमन सोलोमन, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट एवं यूरोलॉजिस्ट डॉ अनिल कायस्था, डॉ मीनल अग्रवाल, डॉ चित्रा, प्रशासनिक प्रबंधक गगन शर्मा, एचआर हैड राकेश ठाकुर एवं डायलसिस स्टाफ उपस्थित रहा। इस अवसर पर डॉ. कायस्था ने किडनी रोग पर जानकारी देते हुए कहा कि किडनी की बीमारियां साइलेंट किलर हैं। प्रारंभिक क्रोनिक किडनी रोग के कोई संकेत या लक्षण नहीं हैं। गुर्दे की बीमारी की जांच के लिए रक्त और मूत्र परीक्षण का उपयोग किया जाता है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) के लिए प्रमुख कारण हैं। गुर्दे की बीमारी गुर्दे की विफलता का एक बड़ा कारण होती है।

ड़ॉ. कायस्था ने कहा कि क्रोनिक किडनी रोग से बचने के लिए अपने खान-पान का पूरा ख्याल रखें। फास्ट फूड, ज्यादा तेल व मसालेदार चीजों का सेवन न करें। चीनी और नमक की मात्रा को नियंत्रित करें। रोजाना पर्याप्त पानी जरूर पीएं। पानी की कमी किडनी के फिल्टर सिस्टम पर बुरा असर डालती है, इसलिए लिक्विड इनटेक बनाए रखें।