हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र समाप्त हो गया है। 16 बैठकों के बजट सत्र में 55 घण्टे 32 मिनट तक चर्चा चली। 6 मार्च को मुख्यमंत्री ने सदन में बजट पेश किया। बजट अनुमानों पर 34 सदस्यों ने चार दिन तक चर्चा की। 16 मार्च से बजट के अनुमान मागों पर कटौती प्रस्ताव व चर्चा की गई। सत्र में 530 तारांकित व 218 अतारांकित प्रश्नों के ज़बाब दिए गए। दो दिन गैर सरकारी दिवस में सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्रों की समस्याओं को उठाया। 5 सरकारी विधेयक पुरु स्थापित किए गए। दोनों पक्षो ने इस दौरान सार्थक चर्चा हुई है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्र की शुरुआत में गरमाहट के साथ हुई लेकिन समाप्ति सौहार्द पूर्ण माहौल में हुई है। कोविड के बावजूद सरकार ने जनहितैषी बजट पेश किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुजान सिंह पठानिया और रामस्वरूप के जाने से प्रदेश को भारी क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि आगामी चार नगर निगमों और दो उपचुनाव में भाजपा जीतेगी। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सख्ती बढ़ाने को लेकर सीएम ने कहा कि आज डीसी एसपी के साथ बैठक होगी जिसमें स्थिति का जायजा लिया जाएगा। उन्होंने कहा पर्यटन सीजन प्रभावित न हो इसकी कोशिश की जाएगी। अगर परिस्थितिया बिगड़ती हैं तो तभी आगे लॉकडाउन जैसे बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। कांग्रेस के पांच सदस्यों के ख़िलाफ़ एफआईआर वापस लेने पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट जबाब नहीं दिया।
वहीं, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बजट राशि का प्रयोग कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए ख़र्च करें। शुरुआत में कांग्रेस के पांच सदस्यों को बाहर किया गया था। विधानसभा विधायकों का क्षेत्र है हमारा गतिरोध सरकार से है संवैधानिक व्यवस्था से नहीं। कर्जे के कानून सहित कई जनविरोधी नियमों के विपक्ष ख़िलाफ़ था खिलाफ था लेकिन सत्तारूढ़ दल ने संख्याबल के आधार पर बिल पास करवाए। उन्होंने कहा कि सरकार कई महत्वूवर्ण विषयों पर लगे सवालों का जवाब देने में नाकाम रही है। प्रदेश के कर्मचारियों, एसएमसी टीचर्स, महंगाई, किसानों बागबानों के मसले सदन से बाहर उठाये जाएंगे। आगामी नगर निगम चुनाव में कांग्रेस जीतेगी आने वाला समय कांग्रेस का है कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।