दिल्ली दरबार में पच्छाद से दयाल प्यारी कांग्रेस में शामिल होकर सोलन नगर निगम चुनाव में प्रचार भी कर आईं। अब पच्छाद के कांग्रेसी नेता गंगू राम मुसाफ़िर को याद आई कि कहीं उनकी राजनीतिक जमीन खिसक न जाए और दयाल प्यारी उनकी जगह न ले ले। अपना राजनीतिक भविष्य ख़तरे में पड़ा देख गंगू राम मुसाफ़िर दल बल सहित शिमला कांग्रेस भवन में पार्टी अध्यक्ष के पास पहुंच गए।
अपने समर्थकों सहित कांग्रेस भवन में पहुंचे गंगू राम के समर्थकों ने कहा कि पैरासूट से कांग्रेस में शामिल किए जा रहे नेता उन्हें मंजूर नहीं है। उन्हें दयाल प्यारी के कांग्रेस में आने से कोई ऐतराज नहीं है। कांग्रेस पार्टी में दयाल प्यारी को शामिल करना था तो पच्छाद के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को विश्वास में नहीं लिया गया। लेकिन दिल्ली दरबार के रास्ते नेताओं को इस तरह पार्टी में शामिल करना उन्हें मान्य नहीं है।