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हिमाचल में शिक्षक दे रहे कोविड वैक्सीनेशन में ड्यूटी, फ्रंट लाइन वर्कर किया घोषित

पी. चंद |

हिमाचल में कोरोना की दूसरी लहर बड़ी तेज़ी से बढ़ रही है। मामलों के साथ मृत्यु दर का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। प्रदेश में बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने शिक्षकों की ड्यूटी भी कोविड में लगा दी है। शिक्षक वैक्सीनशन में अपनी ड्यूटी दे रहे है। अभी तो 45 साल से ऊपर वालों को ही हिमाचल में वैक्सीन लग रही है। हिमाचल सरकार ने सीरम इंस्टिट्यूट से 73 लाख 7 हज़ार 620 डोज़ की मांग की है लेकिन अभी तक बदले में 1 लाख डोज़ ही हिमाचल को मिली है। फ़िलहाल फ्रंट लाइन वालों को वैक्सीन में प्राथमिकता दी जाएगी। 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल सरकार 17 मई से 18 साल से ऊपर वाले लोगों के लिए वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर रही है। इसमें पंजीकरण के आधार पर वैक्सीन लगाई जाएगी। सरकार बस, ट्रक के ड्राइवर कंडक्टर, डिपू होल्डरों, पेट्रोल पंप कर्मी, बैंक कर्मियों, कोविड ड्यूटी में लगे शिक्षकों, केमिस्ट और लोकमित्र केन्द्र के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाने जा रही है। हिमाचल ने हर सप्ताह 5 लाख डोज़ की मांग की है। 

उधर कोविड-19 की ड्यूटी में लगे शिक्षकों का कहना है कि इस मुश्किल समय में उनकी ड्यूटी कोविड में लगाई गई है। इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं है। सरकार ने उनके लिए प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाने की बात कही है और उन्हें फ्रंट लाइन वर्कर भी बनाया है इसके लिए सरकार का आभार। उन्हें भी फ्रंट लाइन वर्कर वाली सुविधाएं दी जाएं क्योंकि वह भी अपनी जान जोख़िम में ड़ालकर हेल्थ से जुड़े लोगों की तरह ही काम कर रहे है।