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शिमला: कोरोना योद्धा घोषित सफाई कर्मियों को अभी तक नहीं लगी वैक्सीन, लंबी लाइन में खड़े होकर लगवा रहे वैक्सीन

पी. चंद |

राजधानी शिमला के घर-घर कूड़ा और शहर की सफाई का ज़िम्मा संभालने वाले सैहब सोसाइटी के कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित किया गया है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि अभी तक 25 फ़ीसदी सफ़ाई कर्मियों को कोरोना का टीका नहीं लगाया गया है। जब कोरोना से 1 सफाई कर्मी की मौत हो गई ओर 3 लोग संक्रमित हो गए तो प्रसाशन को टीकाकरण की याद आई। जब इन सफाई कर्मियों को टीका लगाने के लिए टाऊन हॉल में बुलाया गया तो वहां भीड़ लग गई। 

सफ़ाई कर्मियों का कहना है कि उन्हें भीड़ में खड़ा रहकर टीके का इंतज़ार करना पड़ रहा है। कई सफाई कर्मचारी बीते कल भी अपनी बारी का इंतजार करते रहे। लेकिन नम्बर नहीं पड़ा आज फ़िर इंतज़ार में है। नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया की 20 फ़ीसदी सफाई कर्मियों ने टीकाकरण के दौरान टीका नहीं लगाया था उनको टीका लग रहा है। यदि भीड़ की समस्या है तो कल से इन्हें चरणबद्ध तरीके से बुलाया जाएगा।

बता दें कि शिमला शहर में 700 सैहब सोसायटी के कर्मचारी हैं। जो शहर में 30 हजार से ज्यादा घरों से कूड़ा उठाते हैं। ये लोग सुबह सुबह घरों में जाकर कूड़ा एकत्रित करते हैं। जिसको देखते हुए इन्हें कोरोना योद्धा बनाया गया है। सरकार अधिकतर कोरोना योद्धाओं को टीका लगाने की बात करती रही है। लेकिन आज मॉल रोड़ में टीकाकरण के लिए लगी सफ़ाई कर्मचारियों की भीड़ ने सबको चौंका दिया है।