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सरकार की ऑनलाइन वैक्सीनेशन बुकिंग प्रणाली ग्रामीणों से भद्दा मजाक: कौल 

पी. चंद |

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने सोशल मीडिया प्रदेश सरकार की वैक्सीनेशन प्रणाली को लेकर बड़ा हमला बोला है । पूर्व मंत्री ने कहा है  कि 18 से 45 साल के युवाओं के लिए कोरोना वैक्सीन लगाने की जटिल प्रक्रिया से युवा वर्ग खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। प्रदेश सरकार के पास वैक्सीनेशन की ना कोई ठोस योजना है और नहीं कोई ठोस नीति है।
 
कौल सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिना नीति और योजना किए घोषणा कर दी कि  18 से 44 वर्ष के युवाओं को वैक्सीनेशन का टीकाकरण 1 मई से लगाना तय किया हुआ था । लेकिन कुछ ही दिनों बाद  1 मई का फैसला टाल कर फिर 17 मई कर दिया था । सरकार की यह वैक्सीन बुकिंग की प्रणाली एक भद्दा मजाक बन चुकी है। दूसरी तरफ ऑनलाइन प्रक्रिया से टीकाकरण के लिए स्लॉट बुक करना समाज के उस वर्ग के लिए भी चुनौती बना हुआ है , जिनके पास मंहगे स्मार्ट  फोन उपलब्ध नहीं है।

यही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से लोग ऐसे भी है जिन्हें आधुनिक टेक्नोलॉजी में बहुत अधिक कुशल न होने के कारण सरकार उस वर्ग को कैसे टीकाकरण करवा पाएगी। प्रदेश में यह भी सूचनाएं मिल रही हैं कि ऑनलाइन बुकिंग के समय लोग जल्दबाजी में जो वैक्सीनेशन केंद्र उपलब्ध हो रहा है उसे ही बुक कर रहे हैं और बाद में दूर होने की वजह से उसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। इसके कारण वैक्सीनेशन केंद्रों पर वैक्सीन की डोज बर्बाद हो रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को तुरन्त ऑफ लाइन की व्यवस्था भी करनी चाहिए ताकि युवाओं को परेशानी का सामना ना करना पड़े और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाने चाहिए । यह कदम समय पर न उठाया गया तो प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का टीकाकरण पूरा करने के लिए कई साल बीत जायेंगे लेकिन टीकाकरण पूरा नहीं हो पाएगा ।

उन्होंने यह भी कहा है कि इस  प्रक्रिया को नियोजित करने की जरूरत है। पंचायत स्तर पर  वैक्सीनेशन करने की व्यवस्था की जानी चाहिए यदि इसके लिए प्रशासन को स्वयं सेवियों की आवश्यकता है तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रशासन के सहयोग के लिए प्रत्येक उपमंडल में पंचायत स्तर पर टीकाकरण के लिए योग्य व्यक्तियों की सूची तैयार करके टीकाकरण के लिए किसी भी प्रकार के कार्य के लिए स्वयंसेवी उपलब्ध करवाने के लिए  वचनबद्ध है।