शादियों में 21वें व्यक्ति के शामिल होने पर सरकार आयोजकों पर तो एफआईआर और जुर्माना लगा रही है। लेकिन सरकार के नीति निर्माता मंत्री और विधायक अपनी ही सरकार की ओर से बनाए हुए नियमों को तोड़ रहे हैं। मंत्री और विधायक शिलान्यास और उद्घाटन करने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत जारी अधिसूचना को धत्ता बता रहे हैं जबकि प्रशासन आम आदमी को कानून सीखा रहा है।
जयराम सरकार ने 11 जून और डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने 12 जून को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत प्रतिबंधों को लेकर अधिसूचना जारी की थी। इन अधिसूचनाओं के 5वें पैरा में साफ लिखा है कि शादी समारोह और अंतिम यात्रा में 20 लोगों के शामिल होने के अलावा सभी प्रकार के सामाजिक, शैक्षणिक, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक और अन्य सामूहिक कार्यक्रम अगले निर्देशों तक प्रतिबंधित रहेंगे। अगर सरकार की ओर से आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत जारी इन अधिसूचनाओं पर गौर करें तो जिला में शादी और अंतिम यात्रा में अधिकतम 20 लोगों के शामिल होने के अलावा कोई भी कार्यक्रम नहीं किए जा सकते हैं।
मंत्री सहित ज्वाली के विधायक अर्जुन ठाकुर ने ज्वाली के करियाल में व धर्मशाला के विधायक ने किया कोतबाली में शिलान्यास, 20 से ज्यादा लोग शामिल
कोरोना का कहर अभी पुरी तरह हट्टा नहीं की ज्वाली के विधायक अर्जुन ठाकुर ने करडियाल और धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया ने कोतवाली बाजार धर्मशाला में 39 लाख रुपये से बनने वाली पार्किंग का शिलान्यास किया। बाकायदा कार्ड छपवाकर आमंत्रण दिए गए। इस शिलान्यास कार्यक्रम में 45 से 50 लोग शामिल हुए। सरकार के पीआर विभाग ने खुद प्रेस नोट जारी कर कार्यक्रम में शामिल लोगों की संख्या 24 बताई। इस कार्यक्रम में सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ाई गईं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने शाहपुर में 112 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले विश्राम गृह के अतिरिक्त भवन की आधारशिला रखी। इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री के विभाग पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने किया। कार्यक्रम में लोग और अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी तक भी शामिल हुए। इससे इतर मंगलवार व वुधबार को ही जवाली के विधायक अर्जुन ठाकुर ने कोटला-बडेड़ सड़क और स्वास्थ्य उपकेंद्र बडेड़ के भवन का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में अधिकारी, कर्मचारी और लोग शामिल हुए।
विधायक, मंत्री, अधिकारी सब सरकारी अधिसूचना से अंजान
नैहरिया और मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि हमने शिलान्यास में लोगों की भीड़ नहीं बुलाई थी। विकास का काम था। सरकारी अधिसूचना के बारे में उन्होंने भी अनभिज्ञता जताई। विधायक अर्जुन से बार-बार संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने बात नहीं की।
पीडब्ल्यूडी धर्मशाला के एक्सईएन सुशील डढवाल ने कहा कि विधायक विशाल नैहरिया ने इच्छा जताई थी इसलिए शिलान्यास किया गया। शाहपुर पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन विजय वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिलान्यास कार्यक्रम में किसी को भी नहीं बुलाया गया था। मंत्री, एसडीएम और अन्य लोग खुद आए थे। सीएमओ कांगड़ा जीडी गुप्ता ने बताया कि बडेड़ में उपस्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन के कार्यक्रम की उनको कोई जानकारी नहीं है।