हरियाणा में एक बार फिर किसान आंदोलन तेज हो गया है। शनिवार को करनाल के घरौंड टोल में किसानों ने भाजपा के कार्यक्रम में विरोध प्रदर्श किया। काफी संख्या में किसान हाईवे पर जमा थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बहां से खदेड़ने के लिए उनपर लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्च में कई किसान घायल हुए हैं। वहीं, अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
हिमाचल दौरे पर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने इस हिंसक घटना को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि हरियाणा के करनाल में बसताड़ा टोल पर आंदोलनरत किसानों पर लाठीचार्ज गुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार 5 सितंबर मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए ये षड्यंत्र रच रही है। उन्होंने पूरे देश के किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान पूर्ण रूप से तैयार रहें। SKS के फैसले का पालन करें। इस दौरान उन्होंने हरियाणा के लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से हरियाणा के सभी रास्तों को शाम 5 बजे तक बंद रखने की अपील भी की।
बता दें कि हरियाणा में निकाय और पंचायत चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर आज करनाल में प्रदेश स्तर बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री समेत पार्टी के सांसद और विधायक शामिल हुए। किसानों ने शुक्रवार शाम को ही इस बैठक के विरोध का ऐलान किया था, लिहाजा भारी पैमाने पर सुरक्षा की व्यवस्था थी, दूसरी तरफ किसान भी एकत्रित हो गए थे।
किसानों की भीड़ को देखते हुए पुलिस द्वारा सभी रूट्स को सील कर दिया गया था। नाराज किसानों ने NH 44 पर बसतांडा टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया। दोपहर में पुलिस किसानों को समझाने गई तो तनातनी की स्थिति हो गई, पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज कर दिया गया, पुलिस की लाठीचार्ज में कई किसान घायल बताए जा रहे हैं।