चंडीगढ़ मनाली हाइवे पर मंडी से पंडोह के बीच सात मील में गुरूवार रात को बंद हुआ मार्ग शनिवार दोपहर को ही खुल पाया। मार्ग के खुल जाने के बाद भी मीलों तक लगे वाहनों के जाम को खोलने में कई घंटे लग गए। फोरलेन के लिए की जा रही कटिंग से खोखले हुए पहाड़ बारिश से बड़ी बड़ी चट्टानों के साथ सड़क पर आ जाने तथा खराब मौसम के चलते बार बार पत्थरों के गिरते रहने से यह मार्ग बंद हुआ था। शुक्रवार को पूरा दिन लाख कोशिश के बावजूद भी यह मार्ग खुल नहीं सका।
शनिवार को मार्ग तो खुला मगर पूरा दिन यह कष्टदायी बनता रहा। आलम यह रहा है कि मंडी शहर से दस किलोमीटर की दूरी पर बंद हुए इस मार्ग के कारण जो जाम वाहनों का लगा वह मंडी तक पहुंच गया। कई बार तो यह जाम दोनों ओर 50 किलोमीटर तक पहुंच गया। इस कारण से सब कुछ थम सा गया । लोग, पर्यटक, चालक परिचालक सब परेशान हुए । अभी भी यह मार्ग खतरनाक बना हुआ है।
मंडी से मनाली के लिए जो वाया कटौला आइआइटी कमांद होकर वैकल्पिक मार्ग है वह भी बार बार बंद हो रहा है और ज्यादा दबाव हो जाने के कारण बंद हो रहा है। ऐसे में खतरा बना हुआ है। शनिवार को फिर बारिश का दौर चला और जिले में जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। दर्जनों ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। सभी नदी नाले उफान पर हैं। सड़कें बुरी तरह से टूट गई हैं। प्रशासन ने लोगों से बारिश में सफर पर न निकलने की सलाह दी है। मंडी मनाली मार्ग पर भी सफर केवल जरूरी होने पर ही करने का सुझाव दिया है ।