मंडी जिला के सरकाघाट क्षेत्र की ग्राम पंचायत भांबला के पूर्व उपप्रधान रत्तन चंद वर्मा ने कहा कि उनके खिलाफ पंचायत की वर्तमान प्रधान द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। यहां पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व प्रधान ने कहा कि पंचायत प्रधान उनसे राजनैतिक द्वेष के चलते बेबुनियाद आरोप लगा रही हैं।
उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान की ओर से उन पर आरोप लगाया गया है कि मैंने अपने बेटे को बीपीएल की सूचि में शामिल करवाया है। उन्होंने कहा कि बीपीएल में जो भी नाम डाले जाते हैं वो पंचायत की साधारण बैठक में नहीं बल्कि ग्राम सभा में डाले जाते हैं। जिसकी अध्यक्षता पंचायत प्रधान करता है और पंचायत सचिव उसकी कार्रवाई लिखता है। जबकि नामों का चयन और अनुमोदन ग्रामसभा द्वारा किया जाता है।
रत्न चंद ने इस सिलसिले में उपायुक्त मंडी को भी पत्र सौंपा है और मांग की है कि मामले की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में उनकी संलिप्तता पाई जाती है तो वे सजा भुगतने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनका बेटा उनसे अलग रहता है। अगर वह आईआरडीपी में शामिल हुआ है तो नियमों के अनुसार हुआ है। यह उसका हक भी है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से उनकी सामाजिक व मानसिक तौर पर मानहानि हुई है।
उन्होंने कहा कि पंचायत कार्यों के ठेके पंचायत प्रतिनिधियों को नहीं दिए जाते हैं। जबकि इसके आरोप भी उन पर लगाए गए हैं। वहीं पर उन्होंने अपनी बहू को विधवा प्रमाण पत्र जारी नहीं किया है और न ही किसी तरह की विधवा पेंशन उसे मिलती है। उन्होंने कहा कि वे इन सभी मामलों को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में जाकर इन्साफ की गुहार लगाएंगे।