आईजीमएमसी में आल माइटी ब्लेसिंग के लंगर पर दंगल लगातार जारी है। लंगर को अवैध बताकर की गई कार्यवाही के बाद आईजीएमसी प्रशासन जनता और विपक्ष के निशाने पर आ गया है। इसके विरोध में आज आइजीएमसी के गेट के बाहर कांग्रेस यंग ब्रिगेड और स्थानीय लोगों ने इसके विरोध में धरना प्रदर्शन किया और आइजीएमसी प्रशासन को लंगर बहाल न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
कांग्रेस यंग ब्रिगेड के अध्यक्ष विरेन्द्र बांसटू ने कहा कि पिछले सात साल से गरीब जनता का पेट भर रहे सर्वजीत सिंह बॉबी के लंगर को अवैध बताना गलत है। उन्होंने कहा कि लंगर पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और अन्य क्षेत्रों से जुड़े कई लोगों ने यहां पर लंगर सेवा दी है। लेकिन 7 साल बाद अब जाकर आईजीएमसी प्रशासन को होश आई है। उन्होंने कहा कि अगर लंगर को बहाल नहीं किया जाता है तो आगामी समय में प्रदेश की जनता इसके खिलाफ आंदोलन करेगी।
वहीं, मामले के तूल पकड़ने के बाद आईजीमएमसी के एमएस जनक राज ने कहा कि भावनाओं से व्यवस्था नहीं चलती व्यवस्था कानूनों के अनुसार चलती है। सेवा के नाम पर अराजकता को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता। एमएस ने कहा कि अवैध कब्जा, बिजली पानी की चौरी नेक नियत का इंसान नहीं कर सकता। उन्होंने 31 मार्च को इस लंगर को बंद करने का एलान किया लेकिन उसके बाद भी यहां अवैध तरीके से चलाया जा रहा है।
एमएस ने कहा कि इस सारे घटनाक्रम की उच्च स्तरीय मैजिस्ट्रेट जांच की जाए कि यहां लंगर कब और किसकी परमिशन से शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि इस सारे क्रम की उच्च स्तरीय मैजिस्ट्रेट जांच करने के लिए सरकार को लिखा जाएगा। समाज सेवा के नाम पर बिजली-पानी की चोरी और अराजकता को नहीं फैलने दिया जा सकता। जनक राज ने कहा कि सभी को जानने का अधिकार है कि इसके लिए पैसा कहां से आया है। कहीं कोई असामाजिक तत्व तो नहीं है जो इसके लिए पैसा दे रहे हैं। इसका दूध का दूध पानी का पानी होना चाहिए।