हिमाचल प्रदेश सरकार में खुद मंत्री का परिवार सरकारी विभाग की कार्यप्रणाली से प्रताड़ित है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिला मंडी से जहां जयराम सरकार के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की बेटी लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली से परेशान होकर धरने पर बैठ गईं। महेंद्र सिंह ठाकुर की बेटी मधु भंडारी सुबह 10 से लेकर शाम करीब 6 बजे तक चादर बिछाकर लोक निर्माण विभाग के धर्मपुर स्थित अधिशाषी अभियंता के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी रहीं।
मधु भंडारी महेंद्र सिंह ठाकुर की छोटी बेटी हैं और उनकी शादी जोगिंद्रनगर उपमंडल के तहत आने वाले भराडू गांव निवासी संजीव भंडारी से हुई है, जोकि पेशे से ठेकेदार हैं। मधु का कहना है कि धर्मपुर स्थित लोक निर्माण के कार्यालय में उनके 11 करोड़ से अधिक की राशि के बिल लंबित पड़ी है, जिनका भुगतान नहीं किया जा रहा है। ये सभी कार्य इसी कार्यालय के तहत हुए थे और इन कार्यों को पूरा किया जा चुका है।
मधु का आरोप है कि बरैहल सड़क के 1.70 करोड, छेज गवाला सड़क के 1.56 करोड़, प्रौन रांगड़ सड़क के 4.80 करोड़, ऊभक बनेरड़ी कांडापतन सड़क के 2.50 करोड़ के कार्य पूर्ण कर चुके हैं। इन कार्यों को पूरा किए हुए कई साल बीत गए हैं, लेकिन विभाग इसकी अदायगी नहीं कर रहा है। अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग मंडल धर्मपुर को कई बार लिखित और मौखिक निवेदन किया गया लेकिन लंबित बिलों की अदायगी आज तक नहीं हो पाई है जिस कारण मजबूरन उन्हें धरने पर बैठना पड़ा है।
मधु ने चेतावनी भी दी है कि अगर उनके परिवार या उन्हें कुछ हो जाता है तो उसके लिए लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता जिम्मेदार होंगे। इससे पहले मधु के पति ठेकेदार संजीव भंडारी भी यहीं पर धरने पर बैठकर अदायगी की गुहार लगा चुके हैं। उन्हें अधिशाषी अभियंता ने आश्वासन देकर धरने से उठा दिया था, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो फिर अब उनकी पत्नी यानी मंत्री की बेटी को धरने पर बैठना पड़ा।