कांगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस से दो-दो हाथ करने से पहले भाजपा को अपनो से मिल रही चुनौती से निपटना पड़ रहा है। फतेहपुर में इस बार बदलेव ठाकुर भाजपा के उम्मीदवार घोषित हुए हैं। पार्टी ने कृपाल परमार और जगदेव ठाकुर की अटकलों की बीच बलदेव को टिकट थमाया है ।
इसी बीच अगर हम 2017 विधानसभा चुनाव की बात करें तो उस वक़्त भाजपा ने कृपाल परमार को टिकट दिया था। लेकिन फतेहपुर में संगठन में बलदेव ठाकुर की पकड़ मजबूत थी। कृपाल परमार को टिकट मिलने से बलदेव ठाकुर और उनके समर्थक नाराज हो गए व कृपाल परमार को टिकट का विरोध किया गया। आखिर में बलदेव ठाकुर ने विधानसभा चुनाव में आजाद प्रत्याशी के तौर पर हुंकार भर दी। अधिकतर संगठन के लोग बलदेव ठाकुर के साथ चले गए। नतीजा यह हुआ कि न तो बलदेव ठाकुर जीते और न ही कृपाल जीत पाए।
स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया ने एक बार फिर जीत दर्ज की। जीत का मार्जन 1,284 रहा था। सुजान सिंह पठानिया ने 18 हजार 962 और कृपाल परमार ने 17 हजार 678 मत प्राप्त किए थे। अब देखना ये होगा कि 2017 में बलदेव ठाकुर की तरह अगर इस उपचुनाव में बदला लेने के चक्कर में कृपाल परमार ने आजाद चुनाव लड़ा तो भाजपा इस सीट से हाथ धो बैठेगी। वहीं, कांग्रेस में भी जरूर ऐसा ही वाक्या हुआ है, जिसके चलते फतेहपुर उपचुनाव के परिणाम इस बार चौंकाने वाले रह सकते हैं।