बीजेपी ने जुब्बल कोटखाई से चेतन बरागटा का टिकट परिवारवाद के नाम पर काट दिया। लेकिन, मोदी सरकार में कद्दावर मंत्री अनुराग ठाकुर यह बात मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि पार्टी ने जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट दिया है। न जाने किसने कहा कि परिवारवाद के चलते चेतन बरागटा का टिकट काट दिया गया। लेकिन, अनुराग ठाकुर को यह मालूम होना चाहिए कि ‘परिवारवाद’ के नाम पर टिकट काटे जाने की डुगडुगी खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बजा डाली है। वो भी इंडिया टुडे के एक मंच से। यही नहीं, जुब्बल कोटखाई पहुंचे सीएम जयराम ठाकुर ने भी टिकट कटने के पीछे ‘परिवारवाद’ का हवाला दे दिया। कम से कम आप नीचे ये लिंक खोलकर सीएम के बयान सुन सकते हैं।
दरअसल, सोलन में अनुराग ठाकुर से चेतन बरागटा का टिकट काटे जाने और उनके बागी होने को लेकर सवाल दागे गए थे। इसके जवाब में खेल मंत्री ने कहा, “बीजेपी ने मंडी संसदीय क्षेत्र समेत तीनों विधानसभा क्षेत्रों में जीतने वाले प्रत्याशी को टिकट दिया है। न जाने किसने यह कह दिया कि परिवारवाद के चलते जुब्बल कोटखाई में चेतन बरागटा की टिकट कटी है।”
लेकिन, अनुराग ठाकुर को यह मालूम होना चाहिए कि खुद चेतन बरागटा ने कहा कि उन्हें परिवारवाद का हवाला देकर टिकट नहीं दिया गया। वैसे देखा जाए तो अनुराग ठाकुर भी एक राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं। हालांकि, उन्होंने अपनी पहचान अपने पिता प्रेम कुमार धूमल से कहीं आगे बना ली है। इसमें कोई शक नहीं कि मोदी सरकार में खास बनने की यात्रा भी अनुराग ठाकुर के लिए आसान नहीं रही है। लेकिन, उन्होंने अपने दम पर पीएम मोदी का विश्वास हासिल किया। ऐसे में अनुराग ठाकुर की प्रगति को उदाहरण रखकर कहीं न कहीं चेतन बरागटा खुद के साथ विश्वासघात महसूस कर रहे हैं।