आम आदमी पर पहले कोरोना और अब महंगाई की मार पड़ रही है। डीजल-पेट्रोल के दाम में लगी आग अब आदमी की रसोई तक पहुंच गई है। टमाटर ‘लाल’ हो गया है, वहीं प्याज और अन्य सब्जियों के भाव भी आसमान पर पहुंच गए हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ी तो ट्रांसपोर्ट खर्च बढ़ने से सब्जियों के दाम दो से तीन गुना तक बढ़ गए हैं। राजधानी शिमला में इन दिनों टमाटर 60 तो प्याज ने जनता के आंसू निकाल दिए हैं।
सब्जी मंडी के प्रधान विशेश्वर नाथ ने बताया कि हर वर्ष इस समय प्याज के दामों में वृद्धि होती है। क्योंकि प्याज की नई फसल अभी नहीं आई होती है और स्टोर से पुराना प्याज ही मंडियों में आ रहा है। टमाटर भी महंगा है, महाराष्ट्र का टमाटर शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि अगले 1 महीने तक टमाटर प्याज सस्ता होने की कोई उम्मीद नहीं है। फिलहाल दिवाली तक टमाटर प्याज लोगों के आंसू निकालते रहेंगे।
वहीं, सब्जियों के बढ़े दामों से लोग भी खासे परेशान हैं। गृहणीयों का कहना है कि टमाटर और प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं जिससे उनके रसोई का बजट हिल गया है। उनका कहना है कि खाद्य वस्तुओं की कीमत लगातार बढ़ रही हैं। सरकार को बढ़ती महंगाई को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए।