तारादेवी के जंगल में बेसुध हालत में मिली गर्भवती महिला ने मंगलवार सुबह करीब 4 बजे IGMC में दम तोड़ दिया है। ना तो अस्पताल में महिला से कोई मिलने आया है न ही उसकी कोई पहचान हो पाई है। जब महिला जंगल में बेसुध हालत में मिली थी तो उसके सिर पर गहरी चोटें लगी हुई थीं। अभी तक पता नहीं चल पाया है कि चोटें कैसे लगी हुई थीं। महिला की मौत के बाद अब यह मामला और उलझ गया है और पुलिस के लिए इस मामले को सुलझाना चुनौती बन गया है।
गौरतलब है कि 24 जुलाई को शिमला तारादेवी के जंगल में एक गर्भवती महिला बेसुध हालत में मिली थी, जिसके सिर पर गहरी चोटें थीं। पुलिस ने सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गई थी और महिला को तुरंत IGMC पहुंचाया। चिकित्सकों ने युवती की हालत कों गंभीर बताते हुए उसे ICU से HDU में रखा हुआ था, जहां मंगलवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।
गुड़िया केस के बाद अब यह नया मामला पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि इन सात दिनों में महिला के बारे में पुलिस को कुछ भी पता नहीं चल पाया। महिला की पहचान तक नहीं हो पाई। महिला के पास से न कोई मोबाइल मिला था और ना ही मौके पर कोई सुबूत मिला था, जिससे अपराधियों तक पहुंचा जा सेइस बढ़ते क्राइम से एक बात तो साफ है कि अपराधियों को पुलिस का कोई खौफ नहीं रहा है और आए दिन नए-नए अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।