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‘बल्ह को पूरी तरह बर्बाद करने पर तुले हैं जयराम ठाकुर’

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मंडी की नवनियुक्त सांसद प्रतिभा सिंह के बयान के बाद बल्ह बचाओ संघर्ष समिति ने भी मंडी एयरपोर्ट को लेकर दोबारा अपनी आवाज उठाई है। शनिवार को बल्ह बचाओ संघर्ष समिति ने एयरपोर्ट निर्माण को लेकर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संघर्ष समिति का कहना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बल्ह को पूरी तरह से बर्बाद करने पर तुले हैं। यही वजह है कि वे वेप्कोस कंपनी को एयरपोर्ट बनाने हेतु लिडार के माध्यम से जल्दी सर्वे करवाकर अपने सपने को पूरा करने की जिद पर अड़े हुए हैं।

बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जोगिंदर वालिया ने हेरानी जताते हुए कहा कि अक्टूबर 2018 में ओएलएस द्वारा जो सर्वे किया गया है उसके अनुसार 2150 मीटर रनवे और ATR-72 सीटर छोटा हवाई जहाज घरेलू उड़ान के लिए ही उपयुक्त है। अगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बोइंग 320 के लिए बनाना है तो उसके लिए 3150 मीटर लम्बी हवाई पट्टी बनानी पड़ेगी उसके लिए ओएलएस सर्वे के अनुसार सुंदरनगर की पहाड़ियां (बंदली धार) 500 मीटर तक काटनी पड़ेंगी, जो की कभी भी संभव नहीं है।

लेकिन मुख्यमंत्री अब नए सिरे से लोकसभा चुनाव की हार के तुरंत बाद लिडार सर्वे के माध्यम से हर हालत में अपने ड्रीम परियोजना को पूरा करना चाहते हैं जोकि कभी भी संभव नहीं है। संघर्ष समिति ने सीएम से सवाल पूछते हुए कहा कि बल्ह की उपजाऊ भूमि में ही घरेलू उड़ान के लिए हवाई अड्डे का निर्माण क्यों किया जा रहा है? इसे गेर उपजाऊ जमीन पर कहीं दूसरी जगह क्यों नहीं बनाया जा रहा?

बल्ह बचाओ संघर्ष समिति ने प्रतिभा सिंह के उस बयान का स्वागत करते हुए ख़ुशी जताई है जिसमें उन्होंने बल्ह के किसानों की उपजाऊ जमीन को हर हालत में बचाने की बात कही थी। दूसरी तरफ जिला मंडी के मुख्यमंत्री बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डा क्षेत्र के किसानों के लगभग 2500 स्थानीय परिवार एवं 12000 की आबादी को प्रस्तावित हवाई अड्डे की वजह से भूमिहीन और विस्थापित करने पर तुले हुए हैं । बल्ह कि जनता जो नकदी फसले उगा कर जीवन चला रही है उन्हें बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा पूरी तरह से तबाह हो जायेंगे । समिति का मानना है कि जयराम सरकार एकतरफा फैसला बल्ह के किसानों के उपर थोप रही है जिसे कदापि सहन नहीं किया जाएगा।