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ये हैं कांग्रेस के पलटू राम!, अब स्वर्ण आयोग के बयान पर पलटी मार दी

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मंडी जिला से संबंध रखते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर को शायद पलटी मारने वाले नेता कहना ग़लत नहीं होगा। क्योंकि चाहे सियासत हो या फ़िर आम जनता या संगठन स्तर के मुद्दे कांग्रेस के ये वरिष्ठ नेता पलटने में 1 मिनट नहीं लगाते। पहले जहां उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा से पलटते हुए सियासी खेल में बयानबाजी को जुमला बताकर टाल दिया तो अब वे स्वर्ण आयोग को लेकर दिए गए एक बयान पर पलट गए।

दरअसल, दो दिन पहले ही कौल सिंह ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि जितने भी जरूरी आयोग गठित किए जाने थे वे पहले से ही बने हुए हैं। संविधान में इस तरह के आयोग का कोई प्रावधान नहीं हैं। कांग्रेस की सरकारों ने इनका गठन किया है और स्वर्ण आयोग बनाए जाने की जरूरत नहीं है। उनकी इस प्रक्रिया की स्वर्ण आयोग की मांग करने वालों ने खूब आलोचना की और उनके पुतला तक फूंकने की बात कही।

इन छुटपुट धमकियों के बाद कहें या फ़िर कांग्रेस नेता की पलट जाने की आदत से मजबूर… कौल सिंह ठाकुर ने आज शनिवार को अपने बयान में बदलाव कर लिया। इसमें उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग उठा दी कि स्वर्ण आयोग का जल्द से जल्द गठन किया जाए। यह भी कहा कि वह केंद्र सरकार से मांग करेंगे इसके लिए संविधान में जरूरी संशोधन किया जाए। यदि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इसे लेकर कोई वायदा संगठन से किया है तो जल्द से जल्द पूरा किया जाए। जहां तक संविधान की बात है तो केंद्र से भी इस मामले को उठाया जाएगा।

अब ताजा बयान से बेश़क कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर ने 2022 के लिहाज़ से अपना बचाव कुछ एक लोगों के आगे कर लिया हो, लेकिन ये जनता सब जानती है। पहले भीष्म प्रतिज्ञा लेकर उसे जुमले का नाम दे दिया और अब स्वर्ण आयोग के बयान पर पलट गए। याद रहे कि सियासत में झूठ बोलना हर किसी के बस की बात नहीं, क्योंकि जनता जागरूक ही नहीं स्मार्ट भी हो चुकी है। देखना ये होगा कि किसी बड़े पद की आस में बैठे कौल सिंह ठाकुर क्या अपनी बयानबाजी से 2022 में चुनाव जीतते हैं या नहीं…??