बीड़ बीलिंग में पैराग्लाइडिंग के दौरान होने वाले हादसों को लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। यहां सुरक्षित पैराग्लाइडिंग कराने के लिए एक ऐप तैयार किया जाएगा। ऐप के माध्यम से पैराग्लाइडिंग की मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाएगी, जिससे पैराग्लाइडर की लोकेशन ऐप के जरिए मिलती रहेगी। पैराग्लाइडिंग के लिए ऐप के माध्यम से ऑपरेटर्स और पायलट का रजिस्ट्रेशन भी जरूरी होगा। बिना रजिस्ट्रेशन के किसी को भी उड़ान भरने की मंजूरी नहीं दी जाएगी।
इसके साथ ही पैराग्लाइडिंग के एयर क्राफ्ट पर प्रतीक चिन्ह इत्यादि भी प्रदर्शित किया जाएगा ताकि बिना रजिस्ट्रेशन के पैराग्लाइडिंग करने वालों की निगरानी की जा सके। वहीं, पैराग्लाइडिंग के रेट भी निर्धारित किए जाएंगे ताकि पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी।
इस बारे में जानकारी देते हुए डीसी कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने कहा कि सुरक्षित पैराग्लाइडिंग के लिए स्थानीय तकनीकी कमेटी भी गठित की जाएगी जिसमें एसडीएम के माध्यम से आदेश जारी करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही मौसम को लेकर भी एक कमेटी गठित की जाएगी जो कि पैराग्लाइडिंग के लिए अनुरूप मौसम होने के बारे में नियमित तौर पर पैराग्लाइडर का मार्गदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडिंग के उपकरणों की तीन माह के बाद जांच भी जरूरी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग के माध्यम से बीड़ में पैराग्लाइडिंग के पायलट्स को नियमित तौर पर ट्रेनिंग के लिए भी उचित कदम उठाए जाएंगे इस के लिए बीड़ में पायलट के लिए ट्रेनिंग संस्थान की व्यवस्था भी की जा रही है। उपायुक्त ने कहा कि पैराग्लाइडिंग की लैंडिंग साइट पर नो पार्किंग जोन भी निर्धारित किए जाएंगे ताकि किसी भी तरह के अप्रिय घटनाएं नहीं हो सकें। उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडिंग के लिए ऐप निर्मित होने से पर्यटकों की सुरक्षा के साथ-साथ व्यवस्थित पैराग्लाइडिंग में भी मदद मिलेगी।