देश में जहां शादियों में तमाम तरह के ताम-झाम किए जाते हैं और पानी की तरह पैसे वहा दिए जाते हैं तो वहीं दूसरी और इसके बिल्कुल उल्ट एक शादी हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा जिला में देखने को मिली हैl यहां महज 17 मिनट की गुरवाणी के दौरान शादी (ऱमैणी ) सम्पन्न हो गई l यह रमैणी दहेज रहित बिल्कुल हट कर थी l इसमें किसी प्रकार का कोई भी ताम-झाम नहीं था। रमैणी बिल्कुल सादगी पूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। यह शादी पूर्ण तरह से दहेज़ रहित हुई। इसमें न तो वर पक्ष के लोगों की तरफ से दहेज़ की मांग की गई और न ही वधु पक्ष की तरफ से किसी प्रकार का दहेज़ दिया गया और बिना किसी खर्च के शादी सम्पन्न हो गई ।
यह शादी समाज को एक कड़ा संदेश दे गई है। हर तरफ इस दहेज़ रहित शादी (ऱमैणी ) की खूब चर्चा हो रही है। देशभर में कोने-कोने से खबरें देखने को मिलती हैं कि लड़कियों को दहेज़ के लिए प्रताड़ित किया जाता है और कई लड़कियां तंग होकर आत्महत्या तक कर लेती हैं l ऐसे में दहेज़ का लालच दिल में संजोये रखने वाले लोगों को इस शादी से सीख लेनी चाहिए l
आपको बता दें कि यह दोनों वर-वधू जिला चंबा के चुराह क्षेत्र से संबंध रखते हैं और इन्होंने अपने गुरु जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज जी के तत्वज्ञान से परिचित होकर ऐसी दहेज़ रहित शादी करने का फैसला लिया। इस शादी कार्यक्रम का आयोजन जिला चंबा के नामदान केंद्र चनेड स्थित समूई गांव में हुआ l इस अवसर पर दोनों परिवारों सहित कुछ रिश्तेदार और श्रद्धालू मौजूद रहे। इस विवाह में न कोई दहेज़ दिया गया और न ही लिया गया मात्र 17 मिनट में शादी हो गई l जिसमें न कोई फ़िजूलखर्ची, न घोड़ा, न बारात, न बैंड बाजा और न ही किसी प्रकार का लेन देन। ऐसे में संत रामपाल जी महाराज के दहेज़ मुक्त विश्व के उद्देश्य को पूरा करने के लिए उनके उनके अनुयायी दहेज़ मुक्त शादियां कर समाज को कड़ा संदेश दे रहे हैं l
यह शादी समाज में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है जिसमें सादगी की मिसाल देखने को मिली है l शादी को लेकर दोनों पक्ष काफी खुश दिखे l दोनों वर-वधु को उनके गुरु की लिखी जीने की राह नाम की एक-एक पुस्तक भेंट की गई l इससे पहले जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में यहां डीवीडी. के माध्यम से सतसंग का भी आयोजन किया गया l जिसमें श्रद्धालुओं ने अपने गुरु के मंगल प्रवचन सुने l
वर रमेश कुमार ने बताया कि वह दहेज़ मुक्त ऱमैणी करके काफी खुश हैं l क्योंकि ऱमैणी बिल्कुल दहेज़ मुक्त की गई है l उन्होंने बताया कि उनके गुरु संत रामपाल जी महाराज के आदेश हैं कि रमैणी में किसी प्रकार का लेन देन आडंबर और दिखावा नहीं करना है l ऐसे में अपने गुरु जी के आदेशानुसार उन्होंने दहेज़ मुक्त रमैणी की है l वहीं, वधू किशनी ने बताया कि उन्होंने अपने गुरु जी के आध्यात्मिक ज्ञान से प्रभावित होकर दहेज़ रहित ऱमैणी की है और ससुराल पक्ष की तरफ से भी उनसे किसी चीज की मांग नहीं की है l उन्होंनें बताया कि उनके गुरु जी ऐसे समाज सुधार कार्य करके समाज को एक नई दिशा दे रहे हैं l ऐसे में उन्होंने अपने गुरु जी के आदेशानुसार दहेज़ रहित रमैणी की है और वे इस दहेज़ रहित रमैणी से काफी खुश हैं l
वहीं, जिला संयोजक अशोक दास ने बताया कि समूई गांव में आयोजित रमैणी कार्य क्रम के दौरान एक जोड़े की रमैणी उनके गुरु जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल कि सानिध्य में रविवार को बिना किसी दहेज़ के सम्पन्न हो गई l उन्होंने बताया कि दहेज़ रुपी कुरीति का समाज से पूरी तरह से खात्मा कर एक सभ्य समाज का निर्माण करना उनके गुरु संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है और उन्हीं की आज्ञा का पालन करते हुए उनके सभी शिषय दहेज़ रहित ऱमैणी करते हैं l