राजनीति की रेस में दौड़ रहे घोड़ों के सहसवार कब बदल जाए कहा नहीं जा सकता. अब 5 राज्यों के चुनावी नतीजों के साथ-साथ बीजेपी के भविष्य में चुनौतियों की स्क्रिप्ट भी अभी से तैयार होनी शुरू हो चुकी है. पहले से ही मिशन 2024 का आह्वान कर चुकीं TMC प्रमुख ममता बनर्जी के अलावा तेलंगाना के सीएम केसीआर की शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मीटिंग चर्चा का विषय है. अब इस कड़ी में एक और नाम की सुगबुगाहट राजनीतिक गलियारों में हैं.
मीडिया डोमेन में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि JDU प्रमुख और बिहार के CM नीतीश कुमार यूपी चुनाव के नतीजों के बाद बड़ा फैसला ले सकते हैं. अगर बीजेपी यूपी की जंग हार जाती है तो नीतीश कुमार बीजेपी से अपना गठबंधन तोड़ सकते हैं.
दरअसल, इस चर्चा को पंख तब और लग गए जब नीतीश के मंत्री श्रावण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति मैटेरियल हैं. वहीं, कांग्रेस से हटकर TMC, TRS, NCP और शिवसेना की एक अलग गोलबंदी नए सियासी समीकरण को दर्शाते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में नीतीश कुमार की भी सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं. बीते दिनों लालू पर आए कोर्ट के फैसले पर भी नीतीश कुमार के सुर नरम दिखाई दिए थे. ऐसे में नीतीश के पास बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की सूरत में दोबारा लालू की पार्टी आरजेडी का साथ शायद तय हो सकता है.
वैसे पहले भी नीतीश लालू के साथ हाथ मिला चुके हैं और सत्ता के लिए उनका हाथ छिटककर बीजेपी से गलबहियां भी कर चुके हैं. ऐसे में यूपी के नतीजे न सिर्फ बीजेपी के लिए एक राज्य मात्र की सत्ता का सवाल है, बल्कि अपने दूसरे किले को संभालने के साथ साथ 2024 के लक्ष्य को भी संभालने की चुनौती है.