रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने एनुअल एग्रीकल्चर फेयर में कहा कि दुनिया को ‘लंबे युद्ध’ के लिए तैयार रहना होगा, क्योंकि यूक्रेन संकट के भविष्य में गंभीर परिणाम होंगे. दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एमैनुएल मैक्रों से बात की और बताया कि फ्रांस से जरूरी उपकरण और हथियार यूक्रेन भेजे जा रहे हैं. रूसी राष्ट्रपति के एलान के बाद बीते गुरुवार को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था. तब से अब तक भीषण जंग चल रही है.
रूस और यूक्रेन के युद्ध को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा, “मैं आज सुबह आपको एक बात बता सकता हूं कि यह युद्ध चलेगा. यह संकट रहेगा, यह युद्ध चलेगा और इसके साथ आने वाले सभी संकटों के स्थायी परिणाम होंगे.” फ्रांस के राष्ट्रपति ने रूस से कई दौर की बातचीत की थी और इस संकट को टालने की कोशिश की थी, लेकिन व्लादीमीर पुतिन पर इसका कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने हमले का फैसला कर लिया.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से बात की है. जेलेंस्की ने ट्वीट किया, “हमारे सहयोगियों से हथियार और उपकरण यूक्रेन के रास्ते में हैं. युद्ध विरोधी गठबंधन काम कर रहा है.” वोलोदिमिर जेलेंस्की ने नए सिरे से आश्वासन दिया है कि देश की सेना रूसी आक्रमण का मुकाबला करेगी. कीव शहर में सड़क पर रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने शहर नहीं छोड़ा है और उन दावों को खारिज किया कि यूक्रेन की सेना अपने हथियार डाल देगी.
राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोदोलिक ने शनिवार को कहा कि रूसी सेना के छोटे समूहों ने कीव में घुसपैठ करने की कोशिश की और यूक्रेनी सैनिकों के साथ उनकी मुठभेड़ हुई. उन्होंने कहा कि रूस कीव पर कब्जा करना चाहता है और देश के नेतृत्व को नष्ट करना चाहता है लेकिन रूसी सेना कोई बढ़त हासिल करने में विफल रही है और कीव में स्थिति यूक्रेनी सेना के नियंत्रण में है. रूसी सेना देश के दक्षिण पर भी ध्यान केंद्रित कर रही थी, जहां क्रीमिया के उत्तर में खेरसॉन में और काला सागर के बंदरगाह शहरों माइकोलेव, ओडेसा तथा मारियूपोल में भीषण लड़ाई जारी है.