डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब फार्माकॉलेजी विभाग के दो सीनियर डॉक्टर किसी बात को लेकर अपने कमरे में आपस में झगड़ पड़े। यहां तक कि एक दूसरे पर किताबें, स्टिक भी चलीं। लड़ाई में दोनों डाक्टर लहूलुहान हो गए। एक के सिर पर तो दूसरे की आंख पर चोटें आई हैं। पुलिस सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गई। डॉक्टरों की लड़ाई की भनक मिलते ही मैडिकल कॉलेज के चिकित्सक और स्टाफ असमंजस की स्थिति में आ गए। हर कोई चिकित्सक इस घटना को लेकर मीडिया से बात करने से कतराते रहे।
घटना की सूचना मिलते ही जब मीडिया के एक दल ने अस्पताल का दौरा किया तो पता चला कि एक डॉक्टर ने आज ही अपना कार्यभार संभाला था। झगड़ा किस बात को लेकर हुआ अभी तक इसका खुलास नहीं हो पाया है। वहीं, झगड़े को लेकर दोनों घायल डॉक्टर भी मीडिया से बातचीत करने के लिए कतराते रहे। जब मीडिया ने घायल डॉक्टरों से जानना चाहा कि किस बात को लेकर झगड़ा हुआ तो कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे थे।
वहीं, चिकित्सकों की आपस की भिंडत का पता मैडिकल कालेज की प्रिंसीपल डॉ. सुमन यादव ने तत्काल प्रभाव से उस स्थल का दौरा करके जानकारी ली। घायल डॉक्टरों का उपचार करने से पहले पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने इन घायल डॉक्टरों से जानकारी प्राप्त की और घायल डॉक्टरों का मैडिकल भी करवाया। स्थिति का जायजा लेने के बाद कुछ अन्य डॉक्टरों ने इस मामले में हस्तक्षेप करके सुलझाने का प्रयास किया तो काफी लंबी जद्दोजहद के बाद दोनों का आपस में आखिरकार समझौता करवा दिया।
प्रिंसीपल यादव ने स्थिति को देखते हुए डॉ. अभिलाष सूद को इस घटना की जांच करने के आदेश दिए। उन्होंने तत्काल प्रभाव से दोनों सिनियर डॉक्टरों से जानकारी प्राप्त की। विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि दोनों डॉक्टर एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे थे। इस संदंर्भ में पुलिस वालों से जानकारी प्राप्त करनी चाही तो उन्होंने कहा कि दोनों डॉक्टरों का आपस में समझौता हो गया। इस घटना को लेकर जिला में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मैडिकल कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ. सुमन यादव ने अपने कार्यालय में मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि दोनों डॉक्टरों का आपस में उलझना बड़े खेद की बात है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विभागीय जांच आरंभ कर दी गई है और दोनों का आपस में भी समझौता हो गया है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा की भविष्य में इस तरह घटना घटित ना हो और चिकित्सक सौहार्दपूर्वक माहौल में अपना कार्य करें।