उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और 2022 के चुनाव में सीएम कैंडिडेट हरीश रावत को उनकी शादी की सालगिराह पर काफी ख़राब तोहफा मिला है। वे अपनी लालकुआं सीट से चुनाव हार गए हैं। उन्हें भाजपा के डॉक्टर मोहन सिंह बिश्ट ने करीब 16 हजार वोटों से हराया है।
इसी बीच ग़ौर करने वाली बात ये है कि आज के ही दिन हरीश रावत की शादी की सालगिराह है। ऐसे में ये चुनावी परिणाम उनकी पर्सनल लाइफ के लिए खराब रहे। हालांकि उनकी बेटी अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण से लगभग 6 हजार वोट से जीत चुकी हैं जो उनके परिवार के लिए खुशी की बात है। लेकिन बात करें सीएम कैंडिडेट रावत की तो उनके लिए आज का दिन खराब रहा है।
पंजाब में भी भिड़ाया था गणित!
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो हरीश रावत ने ही पंजाब में गणित भिड़ाया था। उनके नक्शे कदम पर कई नेताओं को आगे लाया गया जबकि कइयों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था। आलम ये है कि पंजाब में कांग्रेस की हालत खस्ता हो चुकी है और साथ ही साथ गणित भिड़ाने वाले हरीश रावत भी हार गए हैं।