यूक्रेन से फंसें हिमाचल के लगभग सभी छात्र वापस लौट चुके हैं। इसी कड़ी में कई छात्र केंद्र औऱ प्रदेश सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं। ऐसा ही एक छात्र हैं हमीरपुर के रहने वाले अनन्य शर्मा… अनन्य शर्मा ने घर पर पहुंचकर राहत की सांस ली है। उन्होंने बताया कि 8 दिन बंकर में रहने के बाद जैसे ही मौका लगा वह लगभग 12 किलोमीटर चलकर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। यहां पर पहुंच कर उन्हें असली चुनौती से रूबरू होना पड़ा। रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर बमबारी शुरू हो गई और गोलीबारी से भगदड़ मच गई।
यहां से फिर मेट्रो के बंकर में अनन्य सहित कई छात्र रहने को मजबूर हुए। इस लोकेशन पर 2 दिन तक रुकने के बाद अनन्य अपने चार से पांच साथियों के साथ सभी छात्रों की हिम्मत बनी और उन्हें लीड करते हुए सैकड़ों किलोमीटर दूर रोमानिया बॉर्डर तक पहुंचे। सभी छात्रों ने हिम्मत दिखाई और एकजुट होकर वह इस हालात से बाहर निकले। उनका कहना है कि यूक्रेन और रोमानिया व भारत सरकार ने भी उनके यहां पर खूब मदद की है। इसके लिए वह सभी के आभारी हैं।
वहीं अनन्य की मां शीतल शर्मा ने भारत सरकार का आभार प्रकट किया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सभी माता-पिता के बच्चों को घर पहुंचाये।बेटे ने ऐसे हालातों में भी परिवार को हिम्मत दी और खुद भी इस हालात से निकला। उन्होंने भारत सरकार, हिमाचल सरकार और जिला प्रशासन का आभार जताया है। जिन्होंने संकट की घड़ी में उनका साथ दिया है।