जिला सिरमौर के गिरी पार इलाके में हाटी समुदाय ने जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में रविवार को राजधानी शिमला में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि शिमला में जल्द महाखूमली का आयोजन किया जाएगा जिसमें सैकड़ों लोग भाग लेंगे और आगामी रणनीति को तय किया जाएगा।
गिरी पार क्षेत्र के लोग जनजातिय क्षेत्र घोषित करने की मांग काफी लंबे समय से कर रहे हैं लेकिन अब मामले को लेकर काफी गंभीर हो गए हैं। यहां तक कि लोग आर पार की लड़ाई को तैयार हो गए हैं। हाटी विकास मंच के महासचिव जी एस तोमर ने कहा कि यह 144 पंचायतों का मामला है जिसमें जनजाति क्षेत्र घोषित करने की मांग काफी लंबे समय से की जा रही है। यह वहां के लोगों की मांग है और उनका हक है। सरकार इस पर कोई एहसान नहीं करेगी।
उनका कहना था कि 11 मार्च को विधानसभा के घेराव की योजना थी लेकिन सीएम जयराम के अश्वाशन के बाद उन्होंने अपना धरना स्थगित कर दिया था। इस महीने शिमला में महाकुमली का आयोजन किया जाएगा जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी।
वहीं, मंच के सलाहकार रमेश सिंगटा ने कहा कि गिरी पार क्षेत्र के लोग काफी लंबे से समय से मांग कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने उन्हें अश्वाशन दिया था कि हाटी समुदाय को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने के लिए केंद्र सरकार से बात की जाएगी । जून महीने तक वह इंतज़ार करेंगे उसके बाद यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो वह उत्तराखण्ड में शामिल हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने दिया ये बयान
वहीं, हमीरपुर के बड़सर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के सिरमौर जिला में हाटी समुदाय को ट्राइबल घोषित करने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष प्रदेश के द्वारा अपना पक्ष रखा गया है ताकि समय रहते कोई निर्णय लिया जा सके।