पी. चंद। बजट सत्र के दौरान ओपीएस की मांग को लेकर विरोध जताने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ख़बर है कि सरकार ने विरोध में शामिल होने वाले कई शिक्षकों, प्रिसिंपल्स और कर्मचारियों के विभाग द्वारा तबादले करा दिए हैं। उनके तबादले तुरंत प्रभाव से मान्य होंगे।
इनमें हेडमास्टर सरोज मेहता को कांगड़ा से शिमला गलेहा लगाया गया है। इकोनॉमिक लेक्चरर को रझाना से छांजू लगाया गया है। लेक्चरर कैलाश ठाकुर को घन्नाहट्टी से कंगल भेज गया है। लेक्चरर सचिन कुमार को मंडल लगाया गया है। ककरियाणा प्रिसिंपल अरुण गुलेरिया को गिलटारी लगाया गया है। शिक्षक सुरेंद्र शर्मा को घूंड से बडगांव लगाया गया है।
गौरतलब है कि चुनावी साल 2022 में लगातार हो रहे विरोध के बाद जयराम सरकार ने कर्मियों के लिए फरमान जारी किया था। इसमें विरोध करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने और वेतन काटने की बात कही गई थी। इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई की बात भी कही गई थी। माना जा रहा है कि इन्हीं फरमानों को गौर करते हुए अब सरकार ने कुछ एक कर्मियों के ट्रांसफर कर दिए हैं।