मध्य प्रदेश काडर के आईएएस अधिकारी और झांसी जिले के मूल निवासी ओपी रावत ने मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यभार संभाल लिया। उनके साथ पूर्व वित्त सचिव अशोक लवासा ने चुनाव आयुक्त का पदभार ग्रहण किया।
इस दौरान रावत ने देश में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव की परंपरा को आगे ले जाने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर सहमति बनती है तो आयोग चुनाव कराने को तैयार है।
रावत ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। एक देश एक चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सियासी दलों को तय करना है। अगर उनमें सहमति बनती है तो आयोग को ऐसा कराने में कोई परेशानी नहीं है। गौरतलब है कि रावत ने एके जोति की जगह ली है। जोति मंगलवार को ही सेवानिवृत्त हुए।