बीरबल शर्मा, मंडी।
मंडी पुलिस ने उपमंडल करसोग में एक झोला छाप डॉक्टर पर कार्रवाई की है जबकि इसी क्षेत्र में नशीली दवाईयों का जखीरा भी बरामद करके बड़ी कार्रवाई अमल में लाई है। मामले की पुष्टि करते हुए एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि करसोग क्षेत्र से विश्वस्त सूत्रों से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग नशीली दवाईयां और बिना लाइसेंस के ही दवाईयां बेचने का काम कर रहे हैं।
इसी आधार पर पुलिस ने करसोग क्षेत्र के सेरी बंगलो में संचालित एक क्लिनिक में दबिश दी और बंगाली डॉक्टर सुफल मजूमदार के खिलाफ बिना लाइसेंस के दवाईयां बेचने पर मामला दर्ज किया गया। उसके खिलाफ भादंसं की धारा 419, 420 के तहत मामला बनाया गया। दवा निरीक्षक सुंदरनगर द्वारा इस क्लिनिक में पाई गई सभी दवाईयों को अपने कब्जे में ले लिया है और उनके नमूने लेकर उसे परीक्षण के लिए कंडाघाट सोलन की प्रयोगशाला में भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि करसोग क्षेत्र के ही भंथल में एक दवाई बिक्रेता आमजन को दवाईयां बेचता है। सूचना मिल रही थी कि इसके पास नशीली दवाईयां मिलती है। इसी आधार पर जब दुकान की तलाशी ली गई तो प्रताप सिंह के कब्जा से प्रतिबंधित नशीली दवाईयां जिनमें ट्रामाडोल प्रोलोंगड रीलिज टेबलेट आई पी 100 एमजी के 7400 कैप्सूल, अल्पराजोलम आई नेंडिया 480 कैप्सूल, पैरासिटामोल डीसाईकलोमाइन हाइड्रोक्लोराइड एंड ट्रामाडोल हाईड्रोक्लोराइड के 168 कैप्सूल बरामद किए गए। इस संदर्भ में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 21, 22 के तहत करसोग थाना में केस दर्ज करके अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ जरूरी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।