हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के फेरबदल की अटकलों पर भाजपा अध्य्क्ष जेपी नड्डा ने विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में होंगे। यहां तक कि हिमाचल में मंत्रिमंडल फेरबदल भी नहीं होगा।
इससे पहले आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के बयान से हिमाचल में सियासत गर्मा गई थी कि आखिरकार क्या अनुराग ठाकुर के बलबूते भाजपा हिमाचल फतह करना चाहती है। लेकिन अब जेपी नड्डा ने इन अटकलों को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही जेपी नड्डा शिमला में नगर निगम और विधानसभा की तैयारियों को लेकर सिंतबर तक का एक लंबा कार्यक्रम भी संग़ठन व सरकार को दे गए।
परिवारवाद और धूमल को लेकर क्या बोले नड्डा?
उत्तराखंड में हारे हुए धामी को मुख्यमंत्री बनाने जबकि प्रेम कुमार धूमल को 2017 में मुख्यमंत्री न बनाए जाने के सवाल पर नड्डा ने कहा कि पार्टी गुण दोष के आधार पर फ़ैसले लेती है। हालांकि आज धूमल के जन्मदिन पर उन्होंने बधाई जरूर दे दी। परिवारवाद को लेकर भी नड्डा ने साफ साफ जबाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी परिस्थितियों के हिसाब से निर्णय लेती है।
काम न करने वालों के कटेंगे टिकट!
हिमाचल में मौजूदा विधायकों की टिकट काटने को लेकर पूछे सवाल पर नड्डा ने कहा कि भाजपा 10 से 15 फ़ीसदी टिकट काटती ही है। जो भी नेताओं की परिस्थितियां होती हैं उसी हिसाब से निर्णय होता है।
विकास होता है तो बढ़ती है महंगाई
महंगाई को लेकर नड्डा ने कहा कि कोविड के बाद ये परिस्थियां उपजी हैं। विकास होता है तो महंगाई भी बढ़ती है। हिमाचल में विकास का श्रेय भाजपा को देते हुए नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के समय हमेशा हिमाचल की अनदेखी की गई जबकि भाजपा हिमाचल को 90:10 की रेशो से योजनाओं का लाभ दे रहे।