कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल की हत्या के मामले में कर्नाटक की भाजपा सरकार घिरती नजर आ रही है। इस मामले में कर्नाटक सरकार के मंत्री केएस ईश्वरप्पा और उनके सहयोगियों बासवराज और रमेश के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस मामले में मंत्री के खिलाफ अलग से एफआईआर भी कई गई है। यही नहीं सीएम बसवराज बोम्मई ने भी उन्हें तलब किया है। बोम्मई ने कहा, ‘ईश्वरप्पा के खिलाफ एआईआर दर्ज की गई है। मैं सभी जानकारियां ले रहा हूं। ईश्वरप्पा से मैं फोन पर बात करूंगा और उन्हें बुलाऊंगा। फिलहाल एफआईआर दर्ज कर ली गई है।’
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस मामले की जानकारी हाईकमान को भी दी है। ताजा जानकारी के मुताबिक सरकार में शामिल कई मंत्री भी चाहते हैं कि ईश्वरप्पा अपने पद से इस्तीफा दे दें। इस बारे में फैसला सीएम बसवराज बोम्मई और पार्टी को लेना है कि ईश्वरप्पा का इस्तीफा ले लिया जाए या नहीं। ईश्वरप्पा और उनके सहयोगियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया गया है। संतोष पाटिल के भाई प्रशांत की शिकायत पर उडुपी में यह केस दर्ज किया गया है। बता दें कि ईश्वरप्पा पर संतोष पाटिल ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
संतोष पाटिल उडुपी के एक लॉज में मृत पाए गए थे। संतोष पाटिल के भाई ने उनकी मौत के लिए मंत्री ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया है। प्रशांत पाटिल ने कहा, ‘मेरे भाई की मौत के जिम्मेदार ईश्वरप्पा हैं। उन्होंने संतोष से घूस की मांग की थी। इसके बाद उस पर मानहानि का केस दायर किया गया था। पाटिल को धमकियां भी दी गई थीं।’ आरोप है कि आत्महत्या से पहले संतोष पाटिल ने अपने दोस्तों वॉट्सऐप मेसेज किया था कि वह अपनी जान देने जा रहा है और इसके लिए ईश्वरप्पा को जिम्मेदार ठहराया था।
पुलिस के मुताबिक संतोष पाटिल ने अपनी पत्नी से कहा था कि वह अपने दोस्तों के साथ पिकनिक पर जा रहा है और 11 अप्रैल को निकला था। इसके बाद से ही उसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। फिर उसका शव उडुपी के लॉज में पाया गया। उसके दो दोस्त भी उसी लॉज में ठहरे थे, लेकिन वे अलग कमरे में थे।